फतेहाबाद (साहिल रुखाया)
शादी करने के चक्कर में असम राज्य की रहने वाली एक महिला अपने एक बच्चे के साथ हरियाणा के फतेहाबाद जिले में आना उस समय भारी पड़ गया जब महिला कुछ गलत लोगों के चंगुल में जा फंसी और महिला की जान आफत में फंस गई। किसी तरह महिला को इन लोगों से अपना पीछा छुड़ाते हुए भाग निकलने का मौका मिला। वह भागते हुए मोहल्ले में ही आयोजित एक शादी समारोह वाले घर की दीवार फांद कर बच्चे सहित शादी में आये लोगों की शरण में जाकर जान बचाने की फरियाद करने लगी।
इसके बाद शादी समारोह में आई महिलाओं ने पीडित महिला और उसके बच्चे को संभाला। भाषा समझ ना आने के बावजूद भी मामले की गंभीरता को समझते हुए पीड़ित महिला को ना केवल लोगों ने संभाला बल्कि महिला की मदद के लिए उसे पुलिस तक लेकर गए। लेकिन मदद के लिए पहुंची पुलिस ने केवल मात्र पीड़ित महिला को उसकी पहचान वाले उसके दोस्त तक पहुंचाने का काम एक कानूनी प्रक्रिया के तहत करके मामले को रफा-दफा कर दिया। जबकि लोगों की मौजूदगी में पुलिस ने महिला का पीछा करने वाले करीब आधा दर्जन लोगों को मौके से हिरासत में लिया था लेकिन उनके खिलाफ कार्रवाई कुछ नहीं की गई।
पीड़ित महिला की मदद करने वाली एक महिला ने बताया कि असम की रहने वाली एक महिला अपने बच्चे के साथ रात को दीवार फांद कर जान बचाने की फरियाद लेकर हम लोगों के पास पहुंची थी। मदद करने वाली इस महिला ने बताया कि उन्होंने पीड़ित महिला से बात करने की कोशिश की तो उसकी भाषा समझ नहीं आई लेकिन बाद में इतना जरूर समझ आया कि पीड़ित महिला की जान को खतरा था।
पीड़ित महिला की मदद करने वाली इस महिला ने बताया कि वह शादी समारोह में आई हुई थी और वहां पीड़ित महिला पहुंची तो उसको उसने संभाला। इसके बाद पता चला कि भूना में उनके मोहल्ले के ही रहने वाले कुछ लोग पीड़ित महिला को किसी के हाथ बेचने वाले थे और महिला इन लोगों के चंगुल से भाग रही थी। महिला ने बताया कि पीड़ित महिला को इन लोगों से बचाकर उन्होंने पुलिस को मौके पर कार्रवाई के लिए बुलाया और कुछ लोग मौके से पकड़े भी गए।
दूसरी तरफ महिला थाना एसएचओ बिमला देवी ने बताया कि पीड़िता भूना थाना पुलिस के पास पहुंची थी और उसके बाद मामला महिला थाने में आया। एसएसओ बिमला देवी ने बताया कि उनकी जानकारी में यह बात सामने आई कि महिला अपने बच्चे के साथ आसाम से खुद हरियाणा के फतेहाबाद में सद्दाम नाम के एक शख्स से शादी करने आई थी जो कि असम का ही रहने वाला है। महिला थाना एसएचओ बिमला देवी ने बताया कि महिला और उसके बच्चे को एग्जीक्यूटिव मजिस्ट्रेट के सामने पेश किया गया और बयान दर्ज करवाए गए। दर्ज बयान में पीड़ित महिला ने अपने पहचान के दोस्त सद्दाम के साथ जानने की इच्छा जताई जिस पर पीड़ित महिला को मजिस्ट्रेट ने उसके दोस्त के साथ ही भेजने के आदेश दिए लेकिन पीड़ित महिला की मदद करने वाले लोगों की तरफ से दी गई शिकायत पर कार्रवाई न किए जाने के सवाल पर पुलिस चुप्पी साधे हुए है।
फिलहाल पीड़ित महिला को एग्जीक्यूटिव मजिस्ट्रेट के आदेश पर उसके दोस्त के साथ भेज दिया गया है जबकि हिरासत में लिए गए किसी आरोपी पर कोई कार्रवाई करने के संबन्ध में जानकारी पुलिस ने नहीं दी है।