फतेहाबाद (साहिल रुखाया)
फतेहाबाद जिला प्रदेश में नंबर वन बनकर भी शर्मिंदगी महसूस कर रहा है। कारण है, धान की पराली जलाने के मामले में नंबर वन बनना। फतेहाबाद जिले में 12 नवंबर तक 1940 मामले धान की पराली जलाने के सामने आए हैं जबकि पड़ोसी जिला सिरसा में धान की पराली जलाने के 1300 मामले सामने आ चुके हैं।
फतेहाबाद में कृषि विभाग के द्वारा 1400 किसानों को अब तक धान की पराली जलाने को लेकर नोटिस जारी किया जा चुका है। धान की पराली जलाने के सबसे अधिक मामले फतेहाबाद के टोहाना इलाके में सामने आ रहे हैं, जोकि बीजेपी प्रदेश अध्यक्ष सुभाष बराला का विधानसभा क्षेत्र है।
टोहाना का गांव जमालपुर शेखा पराली जलाने के मामले में फतेहाबाद जिले में नंबर वन पर बना हुआ है, इस गांव में अब तक 62 मामले धान की पराली जलाने के सामने आए हैं। इस बारे में जानकारी देते हुए कृषि विभाग के डीडीए बलवंत सहारन ने बताया कि पराली जलाने वाले 1400 किसानों को नोटिस दिया जा चुका है। इन किसानों के द्वारा अगर जुर्माना राशि नहीं भरी जाती तो इन पर एफआईआर दर्ज करवाई जाएगी।
वहीं जो किसान पिछले वर्ष भी पराली जलाने के मामले में दोषी थे, उन पर भी कृषि विभाग की ओर से एफआईआर दर्ज करवाने को लेकर कार्रवाई शुरू की जा चुकी है। गौरतलब है कि पिछले दिनों मुख्य सचिव की ओर से फतेहाबाद दौरे के दौरान पराली जलाने के मामले मे फतेहाबाद के 2 गांवो के सरपंचो और 1 नंबरदार को सस्पेंड किया गया था लेकिन फिर भी पराली जलाने के मामले थमने का नाम नही ले रहे है।