हिसार,
सेक्टर 16-17 एवं 13 पार्ट-2 रेजीडेंट वेल्फेयर एसोसिएशन ने लोक निर्माण विभाग के कार्यकारी अभियंता को ज्ञापन सौंपकर साऊथ बाइपास पर बनने वाले पुल के निर्माण में ठेकेदार द्वारा बरती जा रही खामियों से अवगत करवाया है। कार्यकारी अभियंता ने एसोसिएशन ने उचित कार्रवाही का भरोसा दिलाया है वहीं एसोसिएशन ने चेतावनी दी है कि यदि शीघ्र ही कार्रवाही नहीं हुई तो क्षेत्रवासियों को साथ लेकर विभाग के समक्ष प्रदर्शन किया जाएगा।
वेल्फेयर एसोसिएशन के प्रधान जितेन्द्र श्योराण एवं अन्य ने लोक निर्माण विभाग के कार्यकारी अभियंता विशाल कुमार से मुलाकात की। उन्होंने बताया कि साऊथ बाइपास पर बनने वाले पुल का काम अब शुरू हुआ है जबकि इसका मैटीरियल तीन-चार पहले ही उखाड़ दिया गया। इससे इस क्षेत्र में अनेक दुर्घटनाएं हुई वहीं आने-जाने वाले लोगों को आए दिन भारी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है। जब निर्माण कार्य देर से शुरू होना था तो इतने माह पहले मैटीरियल उखाडऩे का क्या औचित्य था। इतना पहले मैटीरियल उखाड़ देने से सारा रोड उबड़-खाबड़ हो गया और वाहनों को भी आए दिन नुकसान पहुंचने लगा। ऐसे में लापरवाही बरतने वाले ठेकेदार पर कार्रवाही की जाए और उस पर जुर्माना भी लगाया जाएगा।
प्रधान जितेन्द्र श्योराण एवं अन्य ने कार्यकारी अभियंता को बताया कि इस समय पुल निर्माण शुरू कर दिया गया है, लेकिन उसकी गति काफी धीमी है। यहां भी ठेकेदार खामी बरतने से बाज नहीं आया और दोनों तरफ सर्विस रोड बनाये बिना ही पुल का निर्माण शुरू कर दिया। इससे आने-जाने वाले वाहनों को अब भी परेशानी होती है। खासकर बुजुर्गों व महिलाओं को आए दिन परेशानियों से जूझना पड़ रहा है। आए दिन इस रोड पर हजारों वाहन गुजरते हैं, लेकिन उनके आने-जाने के लिए सर्विस रोड बनाने की ठेकेदार ने कोई जरूरत नहीं समझी।
उन्होंने कार्यकारी अभियंता से मांग की कि पुल निर्माण कार्य के चलते सर्विस रोड बनवाया जाए,ताकि आने-जाने वालों को परेशानी न हो। उन्होंने चेतावनी दी कि यदि मैटीरियल उखाड़कर रोड को उबड़-खाबड़ बनाने वाले ठेकेदार पर जुर्माना नहीं लगाया गया और सर्विस रोड नहीं बनाया गया तो क्षेत्रवासियों को साथ लेकर विभाग के समक्ष धरना व प्रदर्शन किया जाएगा, जिसकी जिम्मेवारी अधिकारियों की होगी। कार्यकारी अभियंता विशाल कुमार ने एसोसिएशन पदाधिकारियों को आश्वासन दिया कि 7 से 10 दिन के अंदर-अंदर सर्विस रोड बनवा दी जाएगी। इस दौरान जितेन्द्र श्योराण के साथ ओपी चावला, आरके गोयल, डा. एसके चोपड़ा, चन्द्र कटारिया व साहिल दलाल सहित अन्य भी थे।