हिसार,
कन्या भ्रूण हत्या एवं प्रसव पूर्व भू्रण लिंग जांच जैसे अवैध कार्य करने वाले व्यक्ति एवं संस्थाओं के खिलाफ पीएनडीटी एक्ट के प्रावधानों के अनुसार सख्त कार्रवाई की जाएगी। स्वास्थ्य विभाग ऐसे संदिग्ध व्यक्तियों एवं संस्थाओं पर पैनी नजर रखें। मामला संज्ञान में आने पर संबंधित के खिलाफ पुलिस विभाग की मदद से सख्त कार्रवाई अमल में लाई जाए ताकि दोषी को सजा दिलवाई जा सके।
यह बात उपायुक्त अशोक कुमार मीणा ने आज अपने कार्यालय में बेटी बचाओ-बेटी पढ़ाओ अभियान की समीक्षा बैठक में उपस्थित अधिकारियों को संबोधित करते हुए कही। उन्होंने कहा कि उक्त कार्य में संलिप्त पाए जाने पर संबंधित व्यक्ति के खिलाफ सभी तथ्यों को संकलित कर न्यायालय में मजबूत ढंग से कार्रवाई की जाए ताकि सबूतों के अभावों में कोई भी दोषी व्यक्ति सजा से बच ना पाए। इस कार्य में महिला एवं बाल विकास विभाग, स्वास्थय विभाग एवं पुलिस विभाग बेहतरीन तालमेल के साथ कार्य करें और अपना सूचना तंत्र भी मजबूत बनाए। इस बारे में सूचना देने वाले व्यक्ति की पहचान गुप्त रखी जाएगी।
उन्होंने कहा कि बेटी बचाओ-बेटी पढ़ाओ अभियान एक सामाजिक अभियान भी है। इस अभियान में समाज के अधिक से अधिक लोगों की भागीदारी होनी चाहिए। इसके साथ समय-समय पर विभिन्न शिक्षण संस्थाओं व अन्य समारोह में भी बेटी बचाओ-बेटी पढ़ाओ अभियान बारे लोगों को अधिक से अधिक जागरूक किया जाना चाहिए। लड़कियों में शिक्षा के प्रति रूचि पैदा करने के लिए जिला व उपमंडल स्तर पर विभिन्न तरह की प्रतियोगिता आदि का भी आयोजन किया जा सकता है। कैरियर काउंसलिंग एवं मार्गदर्शन पर राजकीय स्कूलों एवं महाविद्यालयों में कार्यशाला आदि का आयोजन भी करवाया जाए।
इस अवसर पर सीटीएम शालिनी चेतल, सीएमओ डॉ. दयानंद, डिप्टी सीएमओ डॉ. कौशल वर्मा, डीईओ बलजीत सिंह, डीआईओ एम.पी. कुलश्रेष्ठ, पीओआईसीडीएस डॉ. पूनम रमन, सीडीपीओ उर्मिल सिवाच, कुशम मलिक, चंद्र कांता, प्रणिता गोस्वामी सहित अन्य उपस्थित थे।