हिसार

लाचार मां ने जिला प्रशासन से लगाई बेटे को बचाने की गुहार, कई-कई दिन तक नहीं दिया जाता मासूम को खाना

हिसार,
ससुरालजनों की पिटाई से बेदम हुई बरवाला की बेटी ने जिला प्रशासन से उसके सात वर्षीय मासूूम बेटे को बचाने की गुहार लगाई है। लाचार महिला को हिसार के सामान्य अस्पताल तक पहुंचाने वाली सामाजिक संस्था राह ग्रुप फाउंडेशन ने भी जिला प्रशासन हिसार व भिवानी से इस दिशा में अविलंब ध्यान देकर मासूम का मेडिकल करवा कर उसका उपचार करवाने की मांग की है। राह संस्था के पदाधिकारियों के अनुसार सुरालजनों की पिटाई से बेहद गंभीर रुप से घायल बरवाला निवासी महिला का हिसार के सामान्य अस्पताल में गंभीर अवस्था में उपचार चल रहा है। महिला के शरीर पर दर्जनों चोट के निशान हैं और उसे 4 दिसम्बर को उसे बहुत अधिक पिटा गया था। इससे पहले भी महिला को भिवानी में बंधक बना कर दर्दनाक यातनाएं दी जा रही थी। यहां तक की महिला व उसके सात वर्षीय मासूम बेटे को कई-कई दिन तक खाना तक नहीं दिया जाता था। सर्दी के मौसम में उन्हें गर्म रजाई या कंबल तक नहीं दिया जाता।
शरीर पर हर जगह चोट के निशान
हिसार के सामान्य अस्पताल में भर्ती बरवाला की बेटी व भिवानी के दादरी गेट के पास स्थित आन्नद नगर में विवाहित 4 दिसंम्बर को इस कदर पिटा गया है कि उसका पूरा शरीर पिटाई के चलते नीला पड़ गया है। शरीर का कोई ऐसा अंग नहीं है जिस पर चोट न मारी गई हो। वर्तमान में महिला की हालात इस कदर खराब है कि वह नींद में भी मुझे छोड़ दो.. मुझे मत मारो.. चिल्लाती है। हिसार के सामान्य अस्पताल में उपचाराधीन पीड़िता के अनुसार उसका पति प्रवीन सीआरपीफ में कार्यरत है और वह भी उसे अक्सर पीटता रहता है। दस रोज पहले भी उसके पति ने उसे बहुत अधिक पीटा था। चार दिसंबर को महिला की सास कमलेश, देवर सोनू उर्फ नवीन व देवरानी सविता ने मिलकर उसे बहुत अधिक पीटा व कमरे में बंद कर दिया।
अक्सर भूखा रखा जाता है
मानवीय संवेदनाओं को तार-तार कर देने वाले इस मामले में पीड़िता व उसके एक बेटे को कई-कई दिन तक खाना तक नहीं दिया जाता और खाने की मांग करने पर उन्हें पीटा जाता है। पीड़िता व उसके सात वर्षीय मासूम की शारीरिक हालात देखकर ही अंदाजा लगाया जा सकता है कि उन्होंने किन परिस्थितियों में जिन्दगी गुजारी होगी। संस्था का दावा है कि बच्चे के शरीर पर भी चोट के बहुत अधिक निशान हैं।
बच्चे का हो अविलंब मेडिकल
राह संस्था के पदाधिकारियों ने हिसार व भिवानी जिला प्रशासन से भिवानी दादरी गेट ढाणा रोड स्थित आन्नद नगर की गली नंबर 12 में बंधक बनाये गए सात वर्षीय मासूम बच्चे का अविलंब मैडिकल करवाने की मांग की है। राह संस्था के पदाधिकारियों के अनुसार जिला प्रशासन अविलंब बच्चे को ऐसे नारकीय माहौल से निकाल कर किसी सुरक्षित स्थान पर रखे। जिससे कि वह मासूम भूख व प्यास से मरने से बच जाए।
आखिर क्या है मामला
पीड़िता की तरफ से भिवानी पुलिस को दी गई शिकायत के अनुसार पीड़िता बरवाला शहर की बेटी है और उसकी शादी भिवानी निवासी प्रवीन से हुई थी। उसके पति की वहां पर एक लडक़ी से पहले से ही दोस्ती थी। इसके चलते उसे शादी के बाद से ही अक्सर मारा पिटा जाने लगा। इसी कारण उसके पति व ससुरालजनों के मध्य लंबे समय से अनबन चल रही है। महिला के अनुसार उसे ससुराल में बंधक बना कर रखा गया था और उसे किसी से मिलने नहीं दिया जाता।

जीवन आधार पत्रिका यानि एक जगह सभी जानकारी..व्यक्तिगत विकास के साथ—साथ पारिवारिक सुरक्षा गारंटी और मासिक आमदनी और नौकरी भी..अधिक जानकारी के लिए यहां क्लिक करे।

Related posts

आदमपुर में कोरोना कहर : स्वास्थ विभाग ने 5 लोगों की मौत की पुष्टि की

आदमपुर : निजी स्कूल की बस की टक्कर से छात्र घायल, पुलिस ने किया मामला दर्ज

ऐतिहासिक हड़ताल करके रोडवेज कर्मी देंगे सरकार को करारा जवाब : कमेटी

Jeewan Aadhar Editor Desk