नई दिल्ली,
भारतीय स्टेट बैंक (SBI) ने उन ग्राहकों को बड़ा झटका दिया है, जिनका होम या फिर कार लोन चल रहा है। इसके अलावा वैसे ग्राहकों की भी मुश्किलें बढ़ने वाली हैं जो लोन लेने की सोच रहे हैं।
दरअसल, बैंक ने अपनी कर्ज दरों में 0.05 फीसदी की बढ़ोत्तरी कर दी है। यानी अब SBI से कर्ज लेना महंगा हो जाएगा, साथ ही जो लोग पहले से लोन लिए हुए हैं, उनकी EMI बढ़ जाएगी। ये दरें 10 दिसंबर, 2018 से प्रभावी हो गई हैं।
SBI ने सभी टेनर्स के लिए MCLR को 0.05 फीसदी बढ़ाया है। इस बढ़ोतरी के साथ अब एसबीआई की 1 साल की MCLR दर 8.5 से बढ़कर 8.55 फीसदी हो गई है। वहीं, 2 साल की एमसीएलआर की दर 8.6 फीसदी से बढ़कर 8.65 फीसदी हो गई है जबकि 3 साल की MCLR अब 0.05 फीसदी बढ़कर 8.75 फीसदी हो गई है।
MCLR को मार्जिनल कॉस्ट ऑफ लेंडिंग रेट भी कहते हैं। इसमें बैंक अपने फंड की लागत के हिसाब से लोन की दरें तय करते हैं। ये बेंचमार्क दर होती है। इसके बढ़ने से आपके बैंक से लिए गए होम और कार लोन महंगे हो जाते हैं। यह व्यवस्था 1 अप्रैल 2016 से बैंकिंग सिस्टम में लागू हो गई। बता दें कि SBI के 40 करोड़ से ज्यादा ग्राहक हैं।
SBI से पहले ICICI बैंक और HDFC बैंक भी अपनी कर्ज दरों में बढ़ोत्तरी कर चुके हैं। 1 दिसंबर को ICICI बैंक ने शॉर्ट टर्म MCLR को 0.1 फीसदी बढ़ाया था। उसके बाद बैंक के एक, तीन और 6 माह अवधि वाले कर्ज के लिए MCLR क्रमश: 8.55 फीसदी, 8.6 फीसदी और 8.75 फीसदी हो गई थी।
वहीं 7 दिसंबर को HDFC बैंक ने शॉर्ट टर्म MCLR 0.05 फीसदी बढ़ाई थी। इसके तहत बैंक के एक, तीन और 6 माह अवधि वाले कर्ज के लिए दरें 8.40 फीसदी, 8.45 फीसदी और 8.55 फीसदी हो गईं।