चंडीगढ,
कांग्रेस केन्द्रीय कार्यसमिति के सदस्य एवं विधायक कुलदीप बिश्नोई ने आज विधानसभा सत्र के दौरान मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर से मिलकर आदमपुर हलके के अंतर्गत आने वाले बीड़ हिसार की चार पंचायतों के पांचों गांवों पीरांवाली, ढंढूर, झिड़ी, डिग्गी ताल, बढ़वाली बस्ती को मालिकाना हक दिए जाने की मांग करते हुए मांग पत्र सौंपा।
उन्होंने मुख्यमंत्री को बताया कि हरियाणा सरकार ने ही इन गांवों को 1955 में बसाया था व बीड़ हिसार के नाम से पंचायत का भी गठन किया था, जिसमें हरियाणा सरकार व पंचायतों ने मिलकर सभी तरह के विकास कार्य करवाए जैसे 12वीं कक्षा तक स्कूल, आंगनवाड़ी केन्द्र, पशु अस्पताल, पीने के पानी की सप्लाई, बिजली व्यवस्था, गलियां व सड़कें आदि। इन गांवों में कुल आबादी 25 हजार के आसपास है। ये सभी गांव पिछले कई वर्षों से आबाद हैं और इन पांचों गांवों में 2 हजार से भी ज्यादा छात्र-छात्राएं स्कूलों में पढ़ाई कर रहे हैं। इन गांवों में सरकार ने स्वयं कई वर्षों से सरकारी स्कूल, अस्पताल, आंगवानवाड़ी, बिजली कनैक्शन जैसी सरकारी सुविधाएं उपलब्ध करवाई हैं। अब इन ग्रामीणों को बार-बार गांव खाली करवाने के नोटिस थमाना पूरी तरह से अव्यवहारिक है।
कुलदीप बिश्नोई ने मुख्यमंत्री को बताया कि उन्होंने 3 सितंबर 2015 को भी पत्र लिखकर इन हजारों ग्रामीणों को उजडऩे से बचाने के लिए आवश्यक कदम उठाने की मांग की थी। कई बार पत्र के रिमांडर भी भेजे गए हैं। उन्होंने मुख्यमंत्री से पुन: अनुरोध किया कि इन हजारों ग्रामीणों को उजडऩे से बचाने के लिए स्वयं संज्ञान लेते हुए इन पांचों गांवों को लाल डोरे में शामिल करवाए। मुख्यमंत्री ने कुलदीप बिश्नोई को आश्वासन दिया कि जल्द से जल्द इस दिशा में उचित कदम उठाए जाएंगे और किसी भी ग्रामीण को उजडऩे नहीं दिया जाएगा।