पंचकूला,
हरियाणा प्रदेश व्यापार मंडल के प्रांतीय अध्यक्ष व हरियाणा कान्फैड के पूर्व चेयरमैन बजरंग गर्ग ने पंचकूला शहर का दौरा करने के उपरांत पत्रकार वार्ता में कहा कि नगर निगम के अधिकारियों द्वारा अपने निजी स्वार्थ के लिए विकास के नाम पर करोड़ों रुपए की घोटाले की आशंका है। पंचकूला के साफ-सुथरे व हरे-भरे चौकों को तोड़कर शहर के सौंदर्यकरण के नाम पर दोबारा चौकों का निर्माण करना, बस स्टॉप तोड़ने व बनाने, डिवाइडिंग पर लोहे की ग्रिल आदि के नाम पर करोड़ों रुपए नाजायज रूप से खर्च करने व चेन डोजर, ट्रैक्टर-ट्रालियों व खुले में शौच मुक्त, ओडीएफ के तहत अनाप-शनाप रेटों पर टैक्सियां व ट्रालियों को किराए पर लेकर नगर निगम को करोड़ों रुपए का चूना लगाया गया है, जो सरासर गलत है।
हरियाणा सरकार को 1 जनवरी 2018 से अब तक नगर निगम द्वारा विकास के नाम पर जो करोड़ों रुपए खर्च किए हैं उसकी हाई कोर्ट के 3 जजों का पैनल बनाकर जांच करानी चाहिए। जनता द्वारा करोड़ों रूपये हाउस टैक्स जो जमा कराए गया है उस का भी पूरा लेखा-जोखा नगर निगम पर नहीं है। उसमें भी घोटाले कि आशंका है।
प्रान्तीय अध्यक्ष बजरंग गर्ग ने कहा कि नगर निगम का एग्नीक्यूटिव इंजीनियर एल.सी. चौहान का भी यह कहना कि मुझे धोखे में रख कर कागजों में हस्ताक्षर कराए गए। इस की शिकायत पुलिस विभाग व नगर निगम प्रशासक को दी है। उसके बाबजूद तीन दिन कि ट्रेनिंग पर जाने के बाद 1 करोड़ 93 लाख रूपये कि पेमैंट बिना बताए करने का आरोप भी लगाया है। जो भ्रष्टाचार का जीता जागता सबूत है। इस घोटाले में जो भी सरकारी अधिकारी दोषी है सरकार को उस अधिकारी के खिलाफ सख्त से सख्त कार्यवाही करनी चाहिए। जबकि नगर निगम में घोटाले के बारे में कई सामाजिक व्यक्तियों ने प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी, हरियाणा के मुख्यमंत्री मनोहर लाल व अन्य उच्च अधिकारियों को लिखित में शिकायत देने के बावजूद भी आज तक कोई कार्यवाही सरकार की तरफ से नहीं की गई। किसी प्रकार की जांच करके कार्यवाही ना करने से सरकार की कार्यशैली पर भी प्रश्नचिन्ह लगता है।
प्रांतीय अध्यक्ष बजरंग गर्ग ने चेतावनी दी कि अगर सरकार ने नगर निगम के कार्यों की जांच करके दोषी अधिकारियों के खिलाफ कार्यवाही नहीं की तो 16 जनवरी 2019 को नगर निगम कार्यालय के बाहर 1 दिन का 11ः00 बजे से 1ः00 बजे तक संकेतिक धरना दिया जाएगा और विपक्षी नेताओं से बातचीत करके आगामी विधानसभा के स्तर में इस मुद्दे को उठाया जाएगा। प्रांतीय अध्यक्ष बजरंग गर्ग ने कहा कि रात दिन मेहनत से जनता द्वारा दिया जा रहा टैक्स का रूपयेे को सरकारी अधिकारी दोनों हाथों से लूटने में लगे हुए हैं। यहां तक की बिना मंजूरी के लाखों रुपए सैलरी पर एडवाइजर बेवजह नगर निगम में रखे हुए हैं। यदि नगर निगम में सरकारी अधिकारी अपना काम करने में सक्षम नहीं है तो ऐसे अधिकारियों को नगर निगम विभाग में लगाने का कोई औचित्य नहीं है। सरकार को पंचकुला नगर निगम में अनुभवी अधिकारियों को लगाना चाहिए जो ईमनदारी से काम करके पंचकुला शहर का विकास करा सके। जबकि सरकार को समाजिक व धार्मिक संस्थाओं के प्रतिनिधियों को नगर निगम के अलावा हर विभाग में सलाहकार बनाकर उनकी सेवा लेनी चाहिए।
इस मौके पर अश्वनी सिंगला, दर्शन सिंगला, भम्बूल राणा, दर्शन बंसल, भूषण राणा, रविन्द्र गर्ग, महेश वर्मा, दिवेन्द्र शर्मा, राम चरण सिंगला, उदीत महन्द्रीरता, अमन शर्मा, राजेश जैन, कृष्ण गुप्ता, अंकुर गुलाटी, कृष्ण गोयल, वंदना जुनेजा, विवेक सिंगला, रोहित शर्मा, विकास बिसवाल, अंकित सिंगला, राहुल गर्ग आदि प्रतिनिधी मौजूद थे।