हांसी,
हांसी की विधायक रेनुका बिश्नोई ने कहा कि लोकसभा चुनाव में 2 माह से भी कम समय रह गया है और ऐसी संभावना है कि विधानसभा चुनाव भी लोकसभा के साथ ही हो। ऐसे में कार्यकर्ताओं को चुनावी तैयारियों में जुट जाना चाहिए और कांग्रेस पार्टी की नीतियों का ज्यादा से ज्यादा प्रचार करें तथा कुलदीप बिश्नोई को मजबूती देने का आह्वान करें। कुलदीप बिश्नोई को मजबूती मिलेगी तो क्षेत्र को मजबूती मिलेगी, क्योंकि चौ. भजनलाल के स्वर्णिम दौर को अगर कोई वापिस ला सकते हैं तो वे आपके नेता कुलदीप बिश्नोई हैं। पिछले 20 सालों से वे आपके हितों की लड़ाई लड़ रहे हैं और अब उनका संघर्ष रंग लाने वाला है। जनता के सहयोग और राहुल गांधी के साथ से वे मुख्यमंत्री बनेंगे और क्षेत्र की खुशहाली का दौर लौटेगा। हांसी सहित हिसार लोकसभा क्षेत्र भजनलाल परिवार का घर है और यहां के सदस्य उनके पारिवारिक सदस्य हैं। हांसी की जनता का एहसान वे समय आने पर सूद समेत चुकाएंगी। वे आज घिराय, चैनत, भाटला, कुलाना, दयाल सिंह कालोनी, लालपुरा एवं ढाणी कुुतुबपुर में अनेक कार्यक्रमों में भाग लेने दौरान लोगों से बातचीत कर रही थी। इस दौरान गांवों में पहुंचने पर ग्रामीणों ने फूल मालाओं से उनका जोरदार स्वागत किया था।
रेनुका ने ग्रामीणों के साथ गांव की स्थानीय समस्याओं बारे विस्तार से विचार विमर्श किया और कहा कि हलके के सभी गांवों की प्रमुख समस्याओं के निराकरण के लिए उन्होंने भरसक प्रयास किए हैं। मुख्यमंत्री, मंत्री सहित संबंधित विभाग के अधिकारियों को बार-बार पत्राचार के माध्यम से समस्याओं को हल करने की मांग उठाई। इसके अतिरिक्त विधानसभा में भी उन्होंने हांसी हलके की समस्याओं बारे सरकार से जवाब मांगा, परंतु भाजपा सरकार का भेदभाव का रवैया कम नहीं हुआ। मुख्यमंत्री ने स्वयं हांसी में रैली करके करोड़ों रूपए की घोषणाएं की थी, परंतु ज्यादातर पर काम भी शुरू नहीं हुआ। बेसहारा घूम रहे आवारा पशुओं की समस्या की बात हो, पेयजल व्यवस्था हो या फिर हांसी की लचर कानून व्यवस्था का मुद्दा हो उन्होंने हर मंच से हांसी हलके की आवाज उठाई है। आगामी चुनावों में जनता भाजपा को वोट की चोट से सबक सिखाने का काम करेगी और कांग्रेस पार्टी व कुलदीप बिश्नोई को मजबूती देगी।
रेनुका ने कहा कि केन्द्र एवं प्रदेश सरकार की कर्मचारी विरोधी नीतियों के खिलाफ पूरे देश का कर्मचारी वर्ग आज हड़ताल पर है तो इसके लिए भाजपा की तानाशाही नीतियां ही जिम्मेवार हैं। बार-बार हड़ताल से आम जनमानस को भारी मुसीबतों का सामना करना पड़ रहा है, परंतु सत्ता के नशे में चूर भाजपा को न तो लोगों की दुख-तकलीफों से कोई सरोकार है और न ही राजस्व को हो रहे नुकसान की।
इस दौरान रणधीर सिंह पनिहार, संजय गौतम, विनोद मेहता, कैलाश मंडावरिया, नरेश जांगड़ा, विजय बिश्नोई, सुनील सैनी प्रकाश सरपंच, पृथ्वी चैनत, पंकज कोचर, रमेश पूनिया, छबीलदास, महीपाल गुज्जर, सुमेर जमावड़ी, मनोज मेहंदा, सुरेन्द्र पंडित, मनोज बूरा, संदीप जांगड़ा, पवन तिवाल, हरी गुर्जर, राममेहर मास्टर आदि उपस्थित थे।