हिसार। राजीव नगर में शुद्ध पेयजल सत्याग्रह धरने पर 392 दिनों से बैठे राष्ट्र व मानवता को समर्पित संस्था जागो मानव-बनो इंसान के अध्यक्ष व सामाजिक कार्यकर्ता गंगापुत्र राजेश हिन्दुस्तानी ने कहा है कि महाबीर कालोनी जलघर में पानी लाने वाले पेयजल नाले मेंं गंदगी की भरमार है। लोग इसमें पशु नहलाते हैं, शौच के हाथ धोते हैं, गंदगी डालते हैं, सुअर कुत्ते पशु आदि घूमते रहते हैं, मृत पशु इसमें लोग डाल देते हैं जिससे ये पानी दूषित जहरीला व पीने लायक नहीं रहता और यह आरओ से भी साफ नहीं हो सकता। इसकी जिम्मेदार शासन-प्रशासन व विधायक डॉ. कमल गुप्ता हैं जो ये पानी 4 लाख लोग पीते हैं। पानी की शहर में किल्लत का कारण महाबीर कालोनी जलघर की कई वर्षों से सफाई का न होना है जिसमें कई फुट गाद, गंदगी जमी है जिससे पानी स्टोरेज कम होता है और पानी की किल्लत व दूषित पेयजल सप्लाई किया जाता है। ये सब स्वच्छ भारत-स्वस्थ भारत का नारा देने वाली सरकार के दोहरे रंग साबित हैं जो स्वर्ण जयंती व गीता महोत्सव पर करोड़ों, अरबों रुपये खर्च करती है परंतु जनता की पहली अहम मूलभूत जरूरत शुद्ध पेयजल हेतु थोड़ा सा बजट लगाकर पेयजल नालों को कवर करने का काम नहीं किया वो भी एक साल एक महीने के शुद्ध पेयजल सत्याग्रह धरने के बाद भी। खुले नाले से पानी की बर्बादी अत्याधिक होती है, कवर होने से वो भी रुकेगी। जनहित में हमारा संघर्ष जारी रहेगा।
राजीव नगर में ओमप्रकाश की अध्यक्षता में धरने पर अजीत सिंह, रामचंद्र, रामकुमार दहिया, शंकर लाल, नरेश शर्मा, मुकेश, कृष्ण, खुशी राम, प्रदीप सोढ़ी, हिमांशु, बबलू सोढ़ी, संदीप सोढ़ी, ललित सैनी, ईशू सैनी, बलबीर, मक्खन, योगराज शर्मा, विक्टर डेविड, सुनील, विकास, कैलाशो, नीतू, चमेली, मंजू, वीना आदि मौजूद थे।
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