हिसार,
अग्रोहा धाम में श्रीकृष्ण जन्माष्टमी उत्सव पर अग्रोहा विकास ट्रस्ट, अग्रोहा धाम के राष्ट्रीय कार्यकारी अध्यक्ष बजरंग गर्ग ने पूजा-अर्चना करके उत्सव का शुभारम्भ किया। इस अवसर पर भजन कीर्तन का आयोजन किया गया।
कार्यकारी अध्यक्ष बजरंग गर्ग ने जन्माष्टमी के पावन पर्व पर देशवासियों को शुभकामनाएं देते हुए कहा कि भगवान श्रीकृष्ण जी ने कंस का वध करके बुराई का अन्त किया था। भगवान श्रीकृष्ण ने बालस्वरूप में ही अपनी लीलाओं के जरीये कुरीतियों पर लगाम लगाने का काम किया। भगवान श्रीकृष्ण जी के अनेकों रूप थे। भगवान श्रीकृष्ण जी ने गीता का उपदेश देकर कर्म करने की परिभाषा बताई थी। उन्होंने अर्जुन को कहा था कि बुराई का अन्त करने के लिए यह मत देखो कि आपके सामने युद्ध करने वाला आपका भाई है या कोई रिश्तेदार है। राष्ट्रीय कार्यकारी अध्यक्ष बजरंग गर्ग ने कहा कि भगवान श्रीकृष्ण जी की लीला इस बात से चरितार्थ करती है कि जब-जब धरती पर पाप को बढ़ावा मिला है, तब-तब भगवान ने किसी ना किसी रूप में धरती पर जन्म लेकर पाप का अन्त किया है। यहाँ तक की भगवान श्रीकृष्ण जी गौ पालक थे, गौ माता में 33 हजार करोड़ देवी-देवताओं का वास है। हरियाणा सरकार को गौपालन के लिए गौशालाओं की प्रति गाय को कम से कम 30 रुपये प्रति दिन देने चाहिए। भगवान श्रीकृष्ण जी, विष्णु जी के 8वें (आठवें) अवतार माने जाते हैं।
इस अवसर पर अग्रोहा धाम के संरक्षक नन्दकिशोर गोयन्का, देवकीनन्द अग्रवाल, अशोक बंसल, धीरज कुमार, मुकेश जैन, राजेन्द्र बंसल, सन्दीप कुमार, आनन्द मित्तल, महेश अग्रवाल, कृष्ण खारिया, जयप्रकाश अग्रवाल, राजकुमार शर्मा, अखिल गर्ग आदि मौजूद थे।
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