हिसार

रोडवेज कर्मचारियों व बस यात्रियों को कोरोना वायरस से बचाने के लिए ठोस कदम उठाए सरकार व विभागीय प्रशासन : राजपाल नैन

हिसार,
पुरी दुनिया में कोरोना वायरस का भय जिसके भय से अंतरराष्टीय उडानों पर रोक, पर्यटकों पर रोक, स्कूल, कालेज व विश्वविद्यालय बंद कर दिए गए हैं, आईपीएल सहित अन्य खेलों पर रोक लगा दी गई है और राजनीतिक दलों की रैलियों पर रोक पर रोक लगा दी गई है। इसके अलावा 3 अप्रैल तक चलने वाला संसद का बजट सत्र के स्थगित होने की संभावना है तथा माननीय सुप्रीम कोर्ट में 16 मार्च से सिर्फ जरूरी मामलों में ही सुनवाई करना जिसमें कोर्ट रूम में सिर्फ वकील और मुवक्किल ही जा सकेंगे। यह सभी वो प्रतिष्ठित संस्थान हैं जहां पर हाई समाज के उच्च स्तर के लोग आते जाते हैं औरर जिनको कोरोना वायरस के बारे में पूरी जानकारी है व इससे बचने के पर्याप्त साधन हैं परंतु इसके अलावा देश में रोड़वेज बस स्टैण्ड व रेलवे स्टेशन दो ऐसे पब्लिक पैलेस हैं जहां से हर रोज हजारों, लाखों लोग एक स्थान से दूसरे स्थान तक आवागमन करते हैं और इनमें ज्यादातर वो लोग होते हैं गरीब व मध्यम वर्ग के होते हैं तथा जिसके पास जागरूकता की कमी होती है।
यह बात हरियाणा कर्मचारी महासंघ से संबंधित रोडवेज कर्मचारी यूनियन के जिला प्रधान राजपाल नैन ने एक बयान में कही। उन्होनें कहा कि प्रिंट मीडिया, सोशल मीडिया व इलैक्ट्रिोनिक मीडिया आदि बार बार कोरोना वायरस के बारे में समझाने में जुटे हुए हैं टेलीविजन के माध्यम से भी डाक्टरों के पैनल ने इस बीमारी होने के 17 कारण बताये हैं और इससे बचने के उपाय भी बताए हैं। उन्होंने कहा कि इन सभी उपायों का क्रियांवयन रोडवेज कर्मचारी किस प्रकार करें। रोडवेज की बसों में रोजाना कई लाख लोग सफर करते हैं और अधिकतर बसें हमेशा ओवर लोडिड चलती हैं। रोडवेज के कर्मचारी जिसमें चालक, परिचालक व बस स्टैण्ड पर बैठकर टिकट काटने वाले कर्मचारी को हर समय यात्रियों के बीच में रहना पड़ता है। उन्होंने कहा कि रोडवेज की बसों में एक दूसरे से 3 फीट की दूरी पर रहने की पालना कर पाना असम्भव है। उन्होंने कहा कि कोरोना वायरस से प्रभावित संदिग्ध व्यक्ति यदि किसी बस में सफर करेंगे तो स्वभाविक है उस बस का परिचालक उसके पास जाकर टिकट काटने से लेकर कहां तक जाने के बारे में पुछेगा व खुले पैसे ओर टिकट काटने के दौरान हुई बातचीत तक उसके संम्पर्क में रहेगा।
जिला प्रधान राजपाल नैन ने कहा कि राज्य सरकार व उच्च अधिकारियों की ओर से अभी तक रोडवेज स्टाफ को कोई ऐसा सामान या उपकरण उपलब्ध नहीं करवाया गया है जिसका परिचालक द्वारा सुरक्षा के तौर पर प्रयोग किया जा सके। उन्होनें राज्य सरकार व विभागीय अधिकारियों समेत जिला प्रशासन से अपील करते हुए कहा है कि रोडवेज विभाग के कर्मचारी को ड्यूटी के दौरान हर समय पब्लिक के बीच में रहना होता है सरकार इनके स्वास्थ्य के बारे में चिंतन करते हुए इनको फ्री मास्क व उचित उपकरण उपलब्ध कराए जाएं। उन्होंने कहा कि बसें आम जनता के उपयोग के लिए होती हैं इसलिए बसों को मार्ग पर से आने व जाने से पहले वर्कशाप में सैनेटाईज करवाया जाए , बसों के फेरे बढाऐं ताकि भीड़ भाड़ से बचा जा सके, परिचालकों को पंच की बजाय ई टिकटिंग मशीनें आदि उपलब्ध कराई जाएं। उन्होंने कहा कि इसके लिए रोडवेज तालमेल कमेटी के सदस्यों को विभाग के उच्चाधिकारियों व मंत्री से बातचीत करनी चाहिए। उन्होंने कहा कि आम जनता को इस बीमारी के प्रति जागरूक करने के लिए स्वास्थ्य विभाग द्वारा बस स्टैंड परिसर में जागरुकता अभियान चलाया जाना चाहिए। उन्होंने कहा कि सरकार व विभाग प्रशासन को रोडवेज कर्मचारियों व बस यात्रियों को कोरोना वायरस से बचाने के लिए ठोस कदम उठानें चाहिएं।

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