आदमपुर (हैरी रिपोर्टर)
कोरोना वायरस के चलते देशभर में लॉकडाउन है। ऐसे में बहुत से गरीब परिवार एक—एक दाने के लिए मोहताज हो गए। ना तो उनके पास पैसा है और ना ही उधार देने वाले दुकानदार..। देशभर से ऐसी कई तस्वीरें सामने आ रही है। गरीब लोग भूखे सो रहे हैं। इस सबसे हटकर एक तस्वीर है आदमपुर की।
आदमपुर में एक भी परिवार कभी भूखा नहीं सोया। इसका कारण है यहां के लोगों में भाईचारे व सेवा की प्रवृत्ति। आदमपुर में अमीर—गरीब का फर्क कभी देखने को नहीं मिला। यहां का हर निवासी अपने खाने से पहले गरीब की रोटी की चिंता करता है। यहीं कारण है कि आदमपुर के रेलवे स्टेशन पर पिछले 30 सालों से अटूट भंड़ारा चल रहा है। यहां हर गरीब को भरपेट खाना दिया जाता है।
कोरोना महामारी के चलते हुए लॉकडाउन में भंड़ारे पर प्रशासन ने रोक लगा दी। इसके बाद आरंभ हुआ एक नया सेवा कार्य। आदमपुर जनसेवा समिति ने बस्ती—बस्ती जाकर एक—एक घर में खाने की सामग्री वितरित करने का काम आरंभ किया। समिति गरीब परिवारों के लिए सुखी भोजन सामग्री डोर—टू—डोर दे रही है। इसके लिए यहां के लिए लोग दिल खोलकर सहयोग कर रहे है।
ये है सामग्री में
चीनी-1kg, आटा—5kg, चावल-1kg, दाल-1kg, नमक-1kg, तेल-500gm, धनिया-200gm, मिर्च-200gm, हल्दी-100gm, चाय-100gm और जरुरत के अनुसार सब्जी। एक पैकेट में 15kg सुखी सामग्री परिवार को दी जा रही है।
समिति के पदाधिकारियों का कहना है कि आदमपुर एक परिवार की तरह है। यहां का हर व्यक्ति परिवार का महत्वपूर्ण अंग है। अमीरी और गरीबी परिवार के लिए मायने नहीं रखती। इसलिए इस मुश्किल समय में हर गरीब परिवारों के लिए पूरी सहायता की जाएगी। कोई भी गरीब भूखा नहीं सोएगा।