जानलेवा कोविड-19 का फैलाव चिंताजनक, विकट परिस्थितियों में जन संगठनों का मानवतावादी कार्य सराहनीय
हिसार,
जिला बार एसोसिएशन के प्रधान एडवोकेट मोहित अरोड़ा ने प्रशासन से मांग करते की है कि लॉकडाउन में बेवजह घूमने वालों पर सख्ती बरतें। एडवोकेट अरोड़ा ने कोरोना वायरस कोविड-19 के फैलने व रोगियों की बढ़ती संख्या पर चिंता व्यक्त करते हुए आम जनता से की कि कोविड-19 का एकमात्र इलाज फिजिकल डिस्टेंसिग ही है, लेकिन जनता अब भी झुंड में उठ-बैठ रही है जिससे पीएम मोदी की अपील भी व्यर्थ हो रही है। अरोड़ा ने कहा कि 14 अप्रैल तक लॉकडाउन का समय है। इस दौर में आम जनमानस पूर्णबन्दी को 100 फीसद सहयोग दें। यदि सुरक्षा चक्र टूट गया तो पोलियो की तरह खतरनाक यह वायरस हमारे गांव-गली के साथ पूरे देश-प्रदेश में जड़े जमा लेगा। एडवोकेट अरोड़ा ने कहा कि लॉकडाउन (पूर्णबन्दी) एक तरह से कोरोना के खिलाफ जंग है। जनता को इसमें किसी भी तरह की कोताही नहीं बरतनी चाहिए।उन्होंने कहा कि विकट परिस्थितियों में जन संगठनों का भूखों को भोजन आदि करवाना मानवतावादी कार्य बहुत ही सराहनीय है।