मंडल आयुक्त विनय सिंह ने अधिकारियों के साथ बैठक में किया कोरोना संक्रमण पर रोक के लिए बनी योजना की समीक्षा
हिसार,
हिसार मंडल आयुक्त विनय सिंह ने आज लघु सचिवालय स्थित कॉन्फ्रेंस कक्ष में जिला के उच्च अधिकारियों के साथ आयोजित एक बैठक के दौरान कोरोना संक्रमण पर रोक के लिए पूर्व में बनाई गई कार्ययोजना के परिणामों की समीक्षा की। बैठक में उन्होंने जिला में स्वास्थ्य प्रबंधों के हालात पर मंथन करते हुए निर्देश दिए कि डॉक्टर्स व अन्य स्टाफ सदस्यों को शामिल करते हुए 30 टीमें बनाई जाएं जो मिनी बसों के माध्यम जिला के गांवों में जाकर लोगों के स्वास्थ्य की जांच करेंगी।
उन्होंने सिविल सर्जन को अगले एक सप्ताह का गांव वाइज शैड्यूल व रूट प्लान तैयार करने के निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि सभी खंडों के बीडीपीओ रूट प्लान के अनुसार संबंधित गांवों के सरपंचों, चौकीदारों व पंचों के माध्यम से अपने गांव के लिए निर्धारित शैडयूल की जानकारी ग्रामीणों को देंगे ताकि जिस दिन स्वास्थ्य टीम गांव में आए, उस दिन ग्रामीण अपनी चिकित्सा जांच करवा सकें।
मंडल आयुक्त ने कहा कि फिलहाल लॉकडाउन की अवधि 14 अप्रैल तक निर्धारित है। यदि इसमें आगे बढ़ोतरी की जाती है तो जिला उद्योग केंद्र के महाप्रबंधक सिविल सर्जन के परामर्श से यह निश्चित करेंगे कि जिला के किन औद्योगिक इकाइयों को चलवाया जा सकता है। उन्होंने बताया कि औद्योगिक इकाइयों को चलाने की योजना जोन के आधार पर तैयार की जाएगी।
आयुक्त विनय सिंह ने कहा कि हिसार में स्थित राष्ट्रीय अश्व अनुसंधान केंद्र की प्रयोगशाला में कोरोना की टेस्टिंग शुरू हो गई है। जिला में यह सुविधा शुरू होने से कोरोना से संबंधित सैंपल्स की रिपोर्ट जल्द प्राप्त हो सकेगी। उन्होंने बताया कि आज जो सैंपल इस लैब में जांच के लिए भिजवाए गए थे उनकी नैगेटिव रिपोर्ट प्राप्त हुई है जो जिला के लिए राहत की बात है। उन्होंने शहर में बनाए गए कंटेनमेंट जोन व बफर जोन में लोगों के घर-द्वार तक आवश्यक वस्तुओं की आपूर्ति का प्लान तैयार करने व लोगों को कोई परेशानी न आने देने के संबंध में भी अधिकारियों को निर्देश दिए।
उन्होंने कहा कि कोरोना वायरस के संक्रमण के जोखिम का आकलन करने के लिए केंद्र सरकार ने आमजन के लिए आरोग्य सेतु एप बनाया गया है। यह एप नागरिकों को यह बताता है कि आप जोखिम में हैं या नहीं। एप ब्लूटूथ और जीपीएस से चलता है। यह एप कोविड-19 संक्रमण के प्रसार, जोखिम, बचाव एवं उपचार के लिए लोगों तक सही और सटीक जानकारी देने का काम करता है।
उन्होंने बताया कि इस एप को एंड्रॉयड गूगल प्ले स्टोर और आईओएस स्टोर से डाउनलोड किया जा सकता है। यह एप हिंदी, अंग्रेजी समेत कुल 11 भाषाओं में जानकारी उपलब्ध कराता है। एप आपको बताता है कि क्या आप उच्च जोखिम वाले क्षेत्र में हैं या नहीं। यदि आप जोखिम या उच्च जोखिम वाले क्षेत्र में हैं, तो एप आपको परीक्षण कराने जाने के लिए निकटतम परीक्षण केंद्र में अपॉइंटमेंट के लिए टोल-फ्री नंबर 1075 पर कॉल करने के लिए सुझाव देगा। एप वायरस से बचाव के लिए बुनियादी सावधानी बरतने के टिप्स भी बताता है। यदि आपका परीक्षण सकारात्मक आता है तो यह एप आपका डाटा सरकार के साथ साझा करेगा जिससे आपको त्वरित चिकित्सा सहायता उपलब्ध होगी। उन्होंने आमजन से आह्वान किया कि वे आरोग्य सेतु एप को ज्यादा से ज्यादा डाउनलोड करें।
उपायुक्त डॉ. प्रियंका सोनी ने सिविल सर्जन को निर्देश दिए कि वे स्वयं अग्रोहा स्थित अग्रविभूति स्मारक में क्वारंटाइन किए गए चिकित्सकों, पैरामेडिकल स्टाफ व अन्य कर्मचारियों को उपलब्ध करवाई जा रही सुविधाओं व भोजन आदि की व्यवस्था का निरीक्षण करें और यदि उन्हें वहां किसी प्रकार की कमी लगे तो मेडिकल कॉलेज के निदेशक के सहयोग से उसे दूर करवाएं। उन्होंने कहा कि अग्रोहा में क्वारंटाइन किए गए स्टाफ का पूरा खर्च जिला प्रशासन वहन करेगा और किसी भी चिकित्सक अथवा कर्मचारी को कोई दिक्कत नहीं आने दी जाएगी।
बैठक में उपायुक्त डॉ. प्रियंका सोनी, नगर निगम आयुक्त डॉ. जेके आभीर, सिविल सर्जन डॉ. योगेश शर्मा सहित अन्य विभागों के उच्चाधिकारी भी मौजूद थे।