फतेहाबाद,
उपायुक्त रवि प्रकाश गुप्ता ने बताया कि कोविड-19 कोरोना महामारी को देखते हुए खाद्य एवं आपूर्ति विभाग ने एएवाई, एसबीपीएल, ओपीएच व सीबीपीएल श्रेणी के राशन कार्ड धारकों को अप्रैल मास का राशन वितरण तेजी से करने का निर्णय लिया है। उपायुक्त ने बताया कि जिला में पांच श्रेणी ओपीएच, एएवाई, एसबीपीएल व सीबीपीएल के 1 लाख 53 हजार 816 राशन कार्ड धारक हैं। इनमें ओपीएच के 53571, एएवाई के 10444, एसबीपीएल के 25586, सीबीपीएल के 12986 राशन कार्ड धारक हैं। इनमें गेहूं, चीनी व तेल का वितरण कार्य किया जा रहा है। एपीएल के 51229 कार्डधारक है, जिन्हें सरकार द्वारा कोई राशन जारी नहीं किया जा रहा है।
उपायुक्त ने बताया कि जिला में एएवाई राशन कार्ड पर एक बार 35 किलो और फिर इसी महीने में दौबारा से पांच किलो प्रति यूनिट गेहूं दी जाएगी तथा दो लीटर तेल, एक किलोग्राम नमक, एक किलोग्राम चीनी व एक किलोग्राम दाल मुहैया करवाई जा रही है। सीबीपीएल राशन कार्ड पर मास अप्रैल 2020 में दो बार 5-5 किलोग्राम प्रति यूनिट के हिसाब से गेहूं, तथा दो लीटर तेल, एक किलोग्राम नमक, एक किलो चीनी व एक किलो दाल उपलब्ध करवाई जा रही है। उपायुक्त ने बताया कि एसबीपीएल राशन कार्ड पर मास अप्रैल 2020 में दो बार 5-5 किलो प्रति यूनिट के हिसाब से गेहूं दी जा रही है तथा दो लीटर तेल, एक किलोग्राम चीनी, एक किलोग्राम नमक व एक किलोग्राम दाल उपलब्ध करवाई जा रही है। ओपीएच राशन कार्ड पर मास अप्रैल 2020 में दो बार 5-5 किलो प्रति यूनिट के हिसाब से गेहूं तथा एक किलोग्राम दाल भी दी जा रही है। उन्होंने बताया कि अप्रैल मास 2020 में डिपू धारकों के माध्यम से वितरण किया जाने वाला राशन बिल्कुल फ्री में दिया जा रहा है।
घर बैठे पढ़ाओ अभियान के तहत ई-लर्निंग के माध्यम से विद्यार्थियों को करवाई जाएगी पढ़ाई
उपायुक्त रवि प्रकाश गुप्ता ने बताया कि वर्तमान प्रदेश सरकार ने सरकारी स्कूलों के बच्चों को घर बैठे पढ़ाओ अभियान की शुरूआत की है। उल्लेखनीय है कि विश्व व्यापी महामारी कोरोना वायरस व लॉकडाउन के चलते विद्यार्थियों की पढ़ाई पर कोई प्रतिकूल प्रभाव न पड़े, इसके लिए सरकार ने यह अभियान चलाया है। इस अभियान के तहत ई-लर्निंग के माध्यम से विद्यार्थी को घर पर रहकर पढ़ाया जाएगा। उपायुक्त ने बताया कि अभियान की सफलता को सुनिश्चित करने के लिए अभिभावकों से भी अपील की गई है कि वे घरों में पढ़ाई के लिए उपयुक्त माहौल बनाएं ताकि बच्चों को शिक्षा ग्रहण करने में कोई परेशानी न हो। रचनात्मक गतिविधियों और सीखने की सामग्री को शिक्षकों द्वारा माता-पिता के साथ व्हाट्सएप और एसएमएस के माध्यम से सांझा किया जाएगा। छात्र घर पर अपनी गतिविधियों को रिकॉर्ड करने के लिए एक समर्पित नोटबुक बनाए रखेंगे।
उपायुक्त ने बताया कि ई-लर्निंग के माध्यम से शिक्षक रोज माता-पिता के साथ सीखने की सामग्री सांझा करेंगे, साथ ही उन्हें यह भी प्रेरणा, सहायता और मार्गदर्शन प्रदान करेंगे कि विद्यार्थी घर पर सीख रहे हैं। इसके अलावा, शिक्षक माता-पिता को फोन करके और उनके साथ छात्र नोटबुक की तस्वीरें सांझा करने के लिए कहकर हर रोज कम से कम 2 छात्रों की प्रगति की समीक्षा करेंगे। सीखने की सामग्री को मुख्यालय द्वारा केंद्रीय रूप से सांझा किया जाएगा और शिक्षकों द्वारा खुद भी क्यूरेट किया जाएगा। उन्होंने शिक्षकों को निर्देश दिए कि वे छात्रों को महत्वपूर्ण असाइनमेंट और वर्कशीट भेजें और असाइन किए गए कार्यों को समझाने के लिए छात्रों के साथ वॉइसनोट्स सांझा करें। उन्होंने बताया कि इस महत्वपूर्ण अवधि के दौरान, सभी शिक्षकों और अभिभावकों को घर पर छात्रों की गुणवत्तापूर्ण शिक्षा सुनिश्चित करने के लिए तालमेल करके कार्य करें। सभी शिक्षक ने अपनी-अपनी कक्षाओं के वॉट्सएप गु्रप बनाए हैं और इन्हीं गु्रप के माध्यम से सभी बच्चों तक स्टडी मैटेरियल भेजा जा रहा है। इस कारण से सरकार और शिक्षा विभाग ने ई-लर्निंग क्लासेस बच्चों के लिए शुरू की हुई हैं, ताकि लॉकडाउन में विद्यार्थियों की पढ़ाई पर कोई प्रतिकूल प्रभाव न पड़ें।