फतेहाबाद (साहिल रुखाया)
राखी का त्यौहार भाई बहन के स्नेह और प्यार का पर्व है। यह पर्व और भी खास बन जाता है जब कोई महिला बिना किसी रिश्ते के इस त्योहार की खुशियां बांटने के लिए मंदबुद्धि लोगों को राखी बांधने स्पेशल आए। फतेहाबाद के स्वामी सदानंद प्रणामी चैरिटेबल ट्रस्ट द्वारा संचालित सदगुरु कृपा अपने घर में मंदबुद्धि भाइयों को राखी बांधने के लिए फतेहाबाद के गांव दरियापुर से किरण बाला अपने पति अशोक कंबोज के साथ अपना घर में पहुंची।
किरण बाला ने अपना घर में पहुंच कर 29 मंदबुद्धियों को अपना भाई बना कर उन्हें राखी बांधी और मुंह मीठा करवा कर उनकी लंबी उम्र की मंगलकामना की। किरण का कहना है कि अपने भाईयों को तो वो हर साल राखी बांधती है, लेकिन इस बार उसने ‘अपना घर’ में जाकर अंजान भाइयों के साथ राखी का पर्व बनाने की ठानी।
40 मंदबुद्धि में 11 ठीक होकर लौटे घर
करीब 1 साल पहले फतेहाबाद की गीता कॉलोनी में स्वामी सदानंद प्रणामी चैरिटेबल ट्रस्ट के अध्यक्ष स्वामी सदानंद जी महाराज ने सड़क पर पड़े एक मंदबुद्धि बेसुध व्यक्ति को देख कर उनकी सेवा के लिए सद्गुरु कृपा अपना घर खोलने की ठानी। इस पर उन्होंने फतेहाबाद के समाजसेवी विनोद तायल से संपर्क कर उन्हें मंधबुद्धियो की सेवा के लिए अपना घर खोलने का निर्देश दिया। इस पर 19 जुलाई 2019 को सिरसा रोड़ स्थित गीता कॉलोनी में सदगुरु कृपा अपना घर का उद्घाटन किया गया। विनोद तायल ने बताया कि अभी तक अपना घर में 40 मंदबुद्धि पीड़ितों को लाया जा चुका है जिसमें से 11 पीड़ित स्वस्थ हो चुके है। जिन्हें अपना घर संचालक उनके परिजनों को बुला कर उनके साथ भेज चुके है।
ठीक होकर करने लगा सेवा
अपना घर का जब शुभारंभ हुआ उस समय सिरसा का चिंकू नाम का एक मंदबुद्धि पीड़ित को यहां लाया गया था। अपना घर के संचालकों की सेवा व डॉक्टरों के उपचार से चिंकू पूर्ण रूप से स्वस्थ हो चुका है। संचालकों ने जब उसे घर भेजने की बात कही तो वह रोने लगा और घर जाने से मना कर दिया। अब चिंकू अपना घर में रहकर मंधबुद्धियों की सेवा कर रहा है।