हिसार

सावधान…इम्पोर्टेड डीजल के नाम पर वाहन चालकों को लगाया जा रहा चूना

पेट्रोल पम्प डीलर्स की आपात बैठक में ऐलान – नकली डीजल का गैर कानूनी कारोबार करने वालों के खिलाफ होगी कानूनी कार्रवाई

हिसार,
अगर आप डीजल वाहन चालक हैं तो सावधान हो जाइये। इन दिनों इम्पोर्टेड डीजल के नाम पर वाहन चालकों को कम रेट पर नकली डीजल खुले बाजारों में बेचा जा रहा है। असल में यह डीजल फैक्ट्री, शिपमेंट आदि में प्रयोग करने हेतु तैयार किए गए केमिकल बेस्ड है। यह डीजल न केवल आपके वाहन को क्षति पहुंचा सकता है, साथ ही पर्यावरण के लिए भी हानिकारक है। ऑल हरियाणा पैट्रोलियम डीलर्स एसोसिएशन ने इस नकली डीजल के प्रति वाहन चालकों को सचेत करते हुए इसका कारोबार करने वालों के खिलाफ सख्त कानूनी कार्रवाई करने की चेतावनी दी है।
इसी मुद्दे को लेकर एसोसिएशन की एक आपात बैठक सोमवार को जिलाध्यक्ष राजकुमार सलेमगढ़ की अध्यक्षता में बुलाई गई। बैठक में केमिकल बेस्ड नकली डीजल को वाहनों में प्रयोग करने के लिए प्रेरित करने वालों और इसे बेचने वालों के खिलाफ आगामी कानूनी कार्रवाई की रणनीति तैयार की गई। जिलाध्यक्ष सलेमगढ़ ने चेताया कि ऐसे डीजल का कारोबार करने वालों को किसी भी सूरत में बख्शा नहीं जाएगा। इसके साथ ही इस तरह का गैरकानूनी कारोबार करने वालों को जेल की सलाखों के पीछे भिजवाने के लिए जल्द ही उपायुक्त एवं पुलिस अधीक्षक से मुलाकात की जाएगी। नकली डीजल की अवैध बिक्री के चलते रिटेल आउटलेट (पेट्रोल पंप) पर निरंतर घट रही असली डीजल की बिक्री के मुद्दे पर बुलाई गई एसोसिएशन की आपातकालीन बैठक में पदाधिकारियों को संबोधित करते हुए सलेमगढ़ ने कहा कि जो नकली डीजल सरेआम खुले बाजार में बेचा जा रहा है, वह वाहनों में प्रयोग करने के लिए नहीं है। इसके प्रयोग से जहां वाहनों का इंजन खराब हो जाता है, वहीं प्रदुषण भी बहुत ज्यादा फैलता है। एसोसिएशन के जिला सचिव अजय खरींटा ने कहा कि नकली डीजल बेचने वाले लोग अपने ग्राहक को इसकी वास्तविक खरीद कीमत नहीं बताते। ये लोग इसको इम्पोर्टेड डीजल कहकर वाहन मालिकों को भ्रमित करते है और असली डीजल के रेट से 15 रूपए प्रति लीटर कम तक में इसे बेचते है। इस तरह से वे लगभग 10 रु तक प्रति लीटर का मुनाफा कमा रहे है, जबकि वर्तमान में पेट्रोल पम्प पर डीजल के बिक्री रेट लगभग 74 रूपए प्रति लीटर में डीलर का कमीशन मात्र रु 1.81 से लेकर रु 2.25 तक है। एसोसिएशन के प्रदेश सचिव नकुल अग्रवाल एवं प्रदेश कोषाध्यक्ष् अशोक जैन ने कहा कि नकली डीजल के कारोबारी इसे 18 प्रतिशत जीएसटी के साथ बिक्री कर रहे है जोकि सरासर गलत है, क्योंकि पेट्रोल एवं डीजल पर भारत सरकार ने अभी तक वैट (वैल्यू एडीड टैक्स) लागू किया हुआ है। इस कारण केन्द्र सरकार एवं राज्य सरकारों को इस अवैध कारोबार से अत्याधिक राजस्व की हानि हो रही है। एसोसिएशन के पूर्व जिला प्रधान आनंद गोयल ने कहा कि इस गैर – कानूनी कार्य के कारण रिटेल आउटलेट (पेट्रोल पम्प) पर डीजल की बिक्री काफी घट गई है, जिस कारण पैट्रोल पंप स्वामियों को अत्याधिक नुकसान उठाना पड़ रहा है। उन्होंने कहा कि सरकार को इस मामले में पुलिस विभाग, खाद्य एवं पूर्ति विभाग और बिक्री कर विभाग की एक संयुक्त टीम गठित कर छापे मरवाने चाहिए और जीएसटी बिलिंग की जांच की जानी चाहिए। बैठक में अन्य पदाधिकारियों ने कहा कि उनके सुनने में आया है कि गैर – कानूनी रूप से वाहनों के लिए नकली डीजल बेचने के काम में संलिप्त लोगों ने कुछ पेट्रोल पंप वालों से भी संपर्क किया है। जिलाध्यक्ष सलेमगढ़ ने चेताया कि अगर किसी पेट्रोल पंप स्वामी की इस गैर – कानूनी कार्य में संलिप्तता पाई गई तो उनको भी नहीं बख्शा जाएगा। बैठक में संजू गोयल, मुनीष देव, दिनेश गुप्ता, रवि रतन, प्रमोद गोयल, उमेश जैन, कुलदीप सिंह कंवर, पुनीत भल्ला, अनुज सैनी, प्रतीक गोदारा, नीरज ढींगरा, सौरभ राजलीवाला, हेमंत ढींगरा, अंकुर श्योराण, भरत गुप्ता सहित अन्य पदाधिकारी व सदस्य मौजूद थे।

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