हिसार

हिसार में DSP ने दिया लिखित माफीनामा, परिवार वालों ने व्यवहार पर जताया अफसोस

हिसार,
वर्दी की धौंस ठंडी पड़ गई। डीएसपी साहब का सारा रौब धरा रह गया। उनके परिवार ने कर्मचारियों की पंचायत में आकर गलती को स्वीकार कर लिया। दरअसल, कुछ दिन पहले कोरोना पॉजिटिव मिले डीएसपी के घर पर जब स्वास्थ्य विभाग की टीम कोरोना का पोस्टर लगाने गई तो पत्नी पोस्टर न लगवाने पर अड़ गई। स्वास्थ्य विभाग की टीम ने उन्हें समझाया, लेकिन वह नहीं मानी और अपने डीएसपी पति को फोन मिला दिया।

वर्दी की धौंस दिखाते हुए कोरोना पॉजिटिव आया डीएसपी सारी सीमाएं भूल गया और सीधा गाली-गलौच पर उतर आया था। अब डीएसपी की तरफ से उनके परिजन और रिश्तेदरों ने बैठक में शामिल होकर माफी मांगी है। लिखित माफीनामा दिया गया, जिसे दूसरे पक्ष ने स्वीकार कर लिया है।

इस मामले के बाद शनिवार को बहुउद्देश्यीय स्वास्थ्य कर्मचारी एसोसिएशन की तरफ से प्रशासन को कार्रवाई के लिए 2 दिन का अल्टीमेटम दिया गया था। इसी बीच सोमवार को सर्व कर्मचारी संघ की मौजूदगी में बहुउद्देश्यीय स्वास्थ्य कर्मचारी एसोसिएशन की मीटिंग जिला मलेरिया कार्यालय में हुई थी। इसमें डीएसपी के परिवार सदस्य और रिश्तेदार भी शामिल हुए। उन्होंने अपनी बात रखी।

जानकारी के मुताबिक, इस बैठक में डीएसपी प्रदीप यादव के सगे भाई एवं नगर परिषद चेयरमैन रणसिंह यादव और ससुर ने कहा कि प्रदीप यादव ने एमपीएचडब्लू के साथ जो अभद्र व्यवहार किया है, वह बहुत बड़ी गलती है। इसके लिए हम पूरे भाईचारे के बीच माफी मांगते हैं और अपील करते हैं कि असल कोरोना योद्धा एमपीएचडब्ल्यू का पूरा मान-सम्मान करें।
परिवार के सदस्यों ने सबके बीच डीएसपी द्वारा लिखित माफीनामा भी सौंपा। बहुउद्देश्यीय स्वास्थ्य कर्मचारी एसोसिएशन के जिला प्रधान अनिल गोयत, राज्य मुख्य सलाहकार जितेन्द्र मलिक, मनदीप राठी ने बताया कि कोरोना काल को देखते हुए डीएसपी द्वारा लिखित माफीनामा देने और परिवार की अपील के बाद एसोसिएशन इस माफीनामे को स्वीकार करते हुए डीएसपी प्रदीप यादव को माफ करती है।

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Jeewan Aadhar Editor Desk