हिसार

चर्म रोग का स्थाई व संपूर्ण इलाज होम्योपैथिक पद्धति में संभव : डा. सुभाष

अन्य पद्धतियां महंगी व रोग का संपूर्ण निदान करने में प्रभावी नहीं

हिसार,
वर्तमान की भागदौड़ भरी जिंदगी में मनुष्य का शारीरिक व मानसिक श्रम बढ़ा है, वहीं उचित खानपान न होने के कारण चर्म रोग भी मानव को अपनी चपेट में लेता जा रहा है। चर्म रोग से प्रभावित मनुष्य एलोपैथी व अन्य पद्धतियों से उपचार का प्रयास करता है लेकिन वह सफल नहीं हो पाता, लेकिन इन सबसे अलग तथा इस रोग के प्रभावी व स्थाई इलाज में होम्योपैथ चिकित्सा पद्धति कारगर सिद्ध हो रही है।
यह बात होम्योपैथ चिकित्सक डा. सुभाष किरढ़ान ने मौजूदा दौर में चल रही चर्म रोग जैसी बीमारी के विषय में बात करते हुए कही। उन्होंने कहा कि हौम्योपैथ में हर बीमारी का इलाज संभव है। उन्होंने कहा कि आज के आपाधापी वाले युग में मनुष्य अनेक बीमारियों का शिकार होता जा रहा है लेकिन बीमारियों से बचने व निरोगी जीवन जीने के लिए मनुष्य को होम्योपैथ पद्धति का सहारा लेना चाहिए। उन्होंने कि बढ़ती भागदौड़ व बिगड़ते खानपान से मनुष्य बीमारियों की जकडऩ में आता जा रहा है। वर्तमान में चर्म रोग के बहुत से मामले सामने आते जा रहे हैं। होम्योपैथ पद्धति में इस बीमारी का इलाज संभव है। इसके लिए मनुष्य को अच्छे चिकित्सक से सलाह लेकर कोई भी लक्षण प्रकट होने पर अपनी जांच करवाकर इलाज शुरू करवाना चाहिए।
डा. सुभाष किरढ़ान ने कहा कि रोग निवारण की सबसे पुरानी व प्रभावी पद्धति होम्योपैथ में इस बीमारी का स्थाई व सही इलाज है। इस विधि का कोई साइड इफेक्ट नहीं होता और रोग ग्रस्त व्यक्ति को आराम भी जल्द मिलता है। उन्होंने कहा कि होम्योपैथ के अधिक से अधिक प्रचार-प्रसार तथा स्वस्थ समाज-सुखी समाज के सपने को साकार करने के उद्देश्य से उनकी समिति ने हेल्पलाइन नंबर 99960-57172 जारी किया है, जिस पर फोन करके कोई भी व्यक्ति परामर्श ले सकता है। उन्होंने नागरिकों से अपील की कि वे महंगी चिकित्सा पद्धतियों की बजाय होम्योपैथ चिकित्सा पद्धति अपनाएं और अपने जीवन को निरोगी बनाएं

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