हिसार,
उपायुक्त डॉ. प्रियंका सोनी ने कहा है कि फसल अवशेष प्रबंधन स्कीम के अंतर्गत जिले में जो भी किसान अपने खेतों में बेलर से बेल (गांठ) बनाएगा, उसे 1000 रुपये प्रति एकड़ की प्रोत्साहन राशि दी जाएगी। यह बेल किसान किसी इंडस्ट्रीज या यूनिट को बेच सकेंगे। इस योजना के लाभ के लिए किसान एवं बेल (गांठ) खरीदने वाली फर्म को अपना पंजीकरण निर्धारित पोर्टल पर करवाना होगा। योजना का मकासद किसानों को फसल अवशेष प्रबंधन के प्रति ज्यादा से ज्यादा जागरूक करना है। उन्होंने कहा कि स्कीम के अंतर्गत किसान को डब्ल्यूडब्ल्यूडब्ल्यूडॉटएग्रीहरियाणाडॉटकॉम पर रजिस्ट्रेशन करवाकर अपना विवरण दर्ज कराना होगा। पंजीकृत किसान द्वारा बेल (गांठ) को इंडस्ट्रीज/यूनिट को बेचने का बिल या फिर पंचायत की खाली जमीन पर स्टॉक करने संबंधी जानकारी पोर्टल पर अपलोड करनी होगी। इस संबंध में गठित कमेटी द्वारा भौतिक सत्यापन का कार्य किया जाएगा।