हिसार

मशीनों के प्रयोग से फसल अवशेषों के उचित प्रबंधन की दी जाएगी जानकारी

एचएयू में फसल अवशेषों के उचित प्रबंधन में मशीनरी व अन्य तकनीकों की भूमिका विषय पर वेबिनार 29 को

हिसार,
हरियाणा कृषि विश्वविद्यालय में 29 अक्टूबर को ‘फसल अवशेषों के उचित प्रबंधन में मशीनरी व अन्य तकनीकों की भूमिका’ विषय पर ऑनलाइन माध्यम से एक दिवसीय वेबिनार का आयोजन किया जाएगा। वेबिनार का आयोजन विश्वविद्यालय के कृषि अभियांत्रिकी एवं प्रौद्योगिकी महाविद्यालय की से किया जाएगा।
फार्म मशीनरी एवं पावर इंजीनियरिंग विभाग की अध्यक्षा डॉ. विजया रानी ने बताया कि मौजूदा समय में किसान धान की पराली व अन्य फसल अवशेषों को खेत में ही जला देते हैं जिससे पर्यावरण प्रदूषण के साथ-साथ भूमि की उर्वरा शक्ति पर भी विपरीत असर पड़ रहा है। इसी को ध्यान में रखते हुए प्रदेश सरकार फसल अवशेषों के उचित प्रबंधन के लिए किसानों को जागरूक करने के लिए अनेक कल्याणकारी योजनाएं चला रही है। इसी विषय को लेकर विश्वविद्यालय की ओर से एक दिवसीय वेबिनार आयोजित किया जा रहा है जिसमें फसलों के अवशेषों का आधूनिक तकनीकों व मशीनरी से उचित प्रबंधन की जानकारी दी जाएगी। विभागाध्यक्ष ने बताया कि इस कार्यक्रम में विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो. समर सिंह मुख्यातिथि होंगे जबकि कॉलेज के अधिष्ठाता डॉ. आर.के. झोरड़ आयोजक व डॉ. मुकेश जैन सह-आयोजक होंगे। उन्होंने बताया कि इस वेबिनार में फसल अवशेषों के जमीन में मिलाने व उसे जलाने के भूमि की उर्वरा शक्ति पर पडऩे वाले प्रभावों व दुष्प्रभावों की जानकारी दी जाएगी। इसके अलावा मौजूदा समय में फसल अवशेषों के जलाने से पर्यावरण प्रदूषण की स्थिति और चुनौतियों, फसल अवशेषों का कागज उद्योग में प्रयोग, बिजली बनाने व बायोगैस बनाने में प्रयोग, किसानों के सामने फसल अवशेषों को लेकर आने वाली समस्याएं, सरकार की इसको लेकर चलाई जा रही योजनाओं, फसल अवशेषों को मिट्टी में मिलाने की तकनीकों और उसके फायदों को बारे में जानकारी दी जाएगी। साथ ही वैज्ञानिक फसल अवशेष प्रबंधन को लेकर अपने अनुभव भी सांझा करेंगे। यह कार्यक्रम ऑनलाइन माध्यम से आयोजित किया जाएगा।

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