हिसार

निजी बस सर्विस के मैनेजर ने टीएम के खिलाफ दी शिकायत, तालमेल कमेटी हुई लाल

निजी बस संचालकों पर लगाया रोडवेज अधिकारियों व कर्मचारियों पर दबाव बनाने का आरोप

हिसार, (राजेश्वर बैनीवाल)। हिसार—दिल्ली के बीच चल रही कृष्णा बस सर्विस के मैनेजर द्वारा रोडवेज के यातायात प्रबंधक के खिलाफ पुलिस को दी गई शिकायत के मामले में रोडवेज तालमेल कमेटी अधिकारियों के पक्ष में आ खड़ी हुई है। तालमेल कमेटी ने कहा है कि रोडवेज के यातायात प्रबंधक अपनी ड्यूटी का सही ढंग से निर्वहन कर रहे हैं लेकिन उनके खिलाफ झूठी शिकायत देकर उन पर दबाव बनाने का प्रयास किया जा रहा है, जिसे सहन नहीं किया जाएगा। यदि पुलिस ने अधिकारियों को बलि का बकरा बनाने का प्रयास किया तो तालमेल कमेटी आंदोलन से गुरेज नहीं करेगी।
तालमेल कमेटी के वरिष्ठ सदस्य राजपाल नैन, सुभाष ढिल्लो, सूरजमल पाबड़ा, राजकुमार चौहान व अरूण शर्मा ने एक संयुक्त बयान में कहा कि प्राइवेट बस माफिया काफी लंबे समय से रोडवेज बसों के आगे-आगे चलकर रोडवेज को आर्थिक नुकसान पहुंचा रहा हैं। जब रोडवेज के कर्मचारी इसको लेकर रोका-टोकी करते हैं तो उनके खिलाफ झूठे आरोप लगाकर शिकायतें करते हैं और मारपीट करने पर उतारू हो जाते हैं। उन्होंने कहा कि कृष्णा बस सर्विस के मैनेजर द्वारा यातायात प्रबंधक के खिलाफ की गई शिकायत आधारहीन व सच्चाई से परे है। शिकायत में अधिकारी के खिलाफ धार्मिक भावनाओं को तूल देकर नाजायज दबाव बनाने का प्रयास किया जा रहा है जो किसी भी तरह से उचित नहीं है।
तालमेल कमेटी सदस्यों ने कहा कि हिसार डिपो महाप्रबंधक आंखों की दृष्टि से स्वस्थ नहीं होने के कारण यातायात प्रबंधक की बसों की संचालन की पूरी जिम्मेवारी है, जिसका वो पूरी निष्ठा के साथ निर्वहन कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि हिसार डिपो मौजूदा समय में आय के मामले में प्रदेश के अन्य डिपूओं से अव्वल नंबर पर है, जिसमें यातायात प्रबंधक की अहम भूमिका है। उन्होंने कहा कि प्राइवेट वाहन माफिया व अन्य निजी बस ऑपरेटरों द्वारा यदि यातायात प्रबंधक पर नाजायज दबाव बनाने का प्रयास किया गया तो रोडवेज की तालमेल कमेटी चुप नहीं बैठेगी।उन्होंने कहा कि जनता की मांग पर और कोविड-19 महामारी को देखते हुए विभागीय उच्चाधिकारियों की अनुमति से हिसार से दिल्ली स्पेशल बसें चलाने का निर्णय लिया गया है, जिसका नियमानुसार संचालन करना परिवहन विभाग की जिम्मेवारी है और यातायात प्रबंधक द्वारा उसी के अनुसार बसों का संचालन करवाया जा रहा है। इसी के चलते कुछ निजी बस ऑपरेटरों द्वारा अधिकारियों के खिलाफ झूठी व मनघड़ंत शिकायतें करके नाजायज दबाव बनाया जा रहा है, जिसे तालमेल कमेटी किसी भी सूरत में सहन नहीं करेगी और यदि जरूरत पड़ी तो इसके लिए आंदोलन चलाने का भी निर्णय लिया जाएगा।
रोडवेज नेताओं ने कहा कि प्रदेश में चल रहे अवैध वाहनों पर लगाम लगाने व रोडवेज को घाटे से उबारने के लिए मुख्यमंत्री की अध्यक्षता में गत दिवस मीटिंग हुई थी। इसमें विभागीय उच्चाधिकारियों समेत प्रदेश भर के सभी डीटीओ शामिल हुए। मीटिंग में मुख्यमंत्री मनोहरलाल ने सभी अधिकारियों को स्पष्ट निर्देश दिए कि प्रत्येक अधिकारी पूरी निष्ठा व ईमानदारी के साथ कार्य करे, जो काबिले तारीफ है। रोडवेज की तालमेल कमेटी ने भी स्पष्ट किया है कि रोडवेज की सभी यूनियने भ्रष्टाचार की पक्षधर नहीं हैं। रोडवेज की सभी यूनियनें ईमानदारी के साथ काम करने वाले कर्मचारी व अधिकारी के साथ खड़ी थी और खड़ी हैं।

Related posts

कोरोना वायरस को भगाने की, लड़ाई जारी है, हमारी बारी है

सरकार ने बेरोजगारों को रोजगार देने, अर्थव्यवस्था की स्थिति को ठीक करने के लिए कोई कदम नहीं उठाए – बजरंग गर्ग

समाचार पत्र वितरक पवन मित्तल के पुत्र साहिल ने लिए 478 अंक