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हिसार की बेटी ने फिर जीता एवरेस्ट को

हिसार।
चीन की ओर से माउंट एवरेस्ट पर फतह करने वाली अनिता कुंडू पहली भारतीय महिला बन गई हैं। अनीता कुंडू का लक्ष्य था कि वह चीन की ओर से एवरेस्ट फतह करने वाली भारत की पहली महिला बनें। समाचार के आते ही अनिता कुंडू के गांव व घर में जश्न का माहौल है। चीन की ओर से दूसरी बार अपना मिशन शुरू किया था जिस पर रविवार को उन्होंने फतह हासिल की। अनीता ने 8648 मीटर की दुनिया की सबसे ऊंची चोटी को चाइना की ओर से फतेह करने के लिए 4 अप्रैल से चढ़ाई शुरू की थी। अनीता 2013 में विश्व की सबसे ऊंची चोटी एवरेस्ट को नेपाल की ओर से फतह कर चुकी हैं। पहली बार नेपाल की तरफ से चढ़ाई की और दूसरी बार चीन की तरफ लेकिन 2015 में नेपाल में भूकम्प आने के कारण अनीता को अपनी चढ़ाई बीच में रोकनी पड़ी थी, जिस समय भूकंप आया अनीता एवरेस्ट पर 6600 मीटर की ऊंचाई पर थीं।
हरियाणा के हिसार जिले के फरीदपुर गांव की अनीता एक गरीब परिवार में पैदा हुई। कबड्डी का शौक था, जिसके चलते उसने 5वीं कक्षा से ही कबड्डी खेलना शुरू कर दिया था। कॉलेज में भी अनीता बाक्सिंग और कबड्डी टीम की सदस्य थी।
लेकिन अपने इस शौक को ज्यादा दिन जिंदा नहीं रख पाई। 2001 में उनके पिता की मौत के बाद अनीता ने कबड्डी खेलना छोड़ दिया। ऐसे में अनीता परिवार की आर्थिक दशा को सुधारने के लिए नौकरी की तलाश में जुट गईं।अनीता कुंडू अपने चार बहन-भाइयों में सबसे बड़ी हैं। अनीता की छोटी दोनों बहनें शादीशुदा हैं, जबकि बड़ी होने के बाद भी उन्होंने शादी नहीं की है। अनीता की पढ़ाई-लिखाई हिसार से हुई और उन्होंने बीए की पढ़ाई जाट कॉलेज से की इसके बाद प्राइवेट इंस्टीट्यूट से उन्होंने एमए हिस्ट्री से की। पढ़ाई पूरी करने के बाद वे हरियाणा पुलिस में बतौर सब इंस्पेक्टर हैं।
भारतीय नौसेना के जवानों ने भी माउंट एवरेस्ट पर फहराया झंडा
भारतीय नौसेना के जवानों के एक समूह ने भी रविवार को माउंट एवरेस्ट की चढाई पूरी की। पहली बार नौसैनिकों ने करीब 50 साल पहले दुनिया की सबसे उंची चोटी पर कदम रखा था। एक दिन पहले ही ब्रिज शर्मा नाम से मशहूर बी.एम. शर्मा माउंट एवरेस्ट पर पहुंचने वाले भारतीय नौसेना के दल में शामिल पहले नागरिक बने थे।
लेफ्टिनेंट कमांडर बिकास महाराणा, लेफ्टिनेंट शशांक तिवारी, लेफ्टिनेंट कमांडर सीएस यादव और लेफ्टिनेंट अनंत कुकरेती ने शनिवार रात आठ बजे चढ़ाई शुरू की और भीषण ठंड, बर्फबारी को धता बताते हुए उन्होंने रविवार सुबह 6:30 बजे माउंट एवरेस्ट की चोटी पर नौसेना का झंडा फहराया।

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