फतेहाबाद (साहिल रुखाया)
देर रात गांव अहरवां में नहर का एक किनारा टूट गया। सैंकड़ों एकड़ में खड़ी गेहूं की फसल जलमग्न हो गई। सुबह जब किसान खेतों में पहुंचे तो उनके होश ही उड़ गए। आनन फानन में जब दरार को भरने का काम शुरु किया गया तो गांव में किसान ही बहुत कम संख्या में थे, क्योंकि बड़ी संख्या में किसान दिल्ली आंदोलन में गए हुए हैं। वहीं किसानों ने कहा कि प्रशासन को सूचना देने के बाद भी प्रशासन का कोई भी कर्मचारी मौके पर नहीं पहुंचा।
किसानों ने बताया कि नहर के टूटने से सैंकड़ों एकड़ में गेहूं की फसल से भरे खेत पानी में डूब चुके हैं। गांव में लोगों की संख्या कम होने के कारण नहर की दरार पाटने का काम बहुत धीमी गति से चल रहा है।
मौके पर मौजूद एक किसान गुरबख्श सिंह ने बताया कि नहर से पानी खेतों में भरने के बाद अब गांव की तरफ बढ़ रहा है और प्रशासन की तरफ से कोई भी मदद किसानों के लिए नहीं पहुंची है। किसान अपने स्तर पर जेसीबी मशीनें और अन्य संसाधन लाकर नहर को पाटने का काम करने में जुटे हैं। हमारी प्रशासन से अपील है कि किसानों को इस नुकसान की भरपाई करवाएं और नहर को ठीक करवाने का काम करें।