मधुबन पार्क रोड पर वर्षों से खड़े हरे पेड़ों को काटना बेहद गलत व दुर्भाग्यपूर्ण
हिसार,
जागो मानव-बनो इंसान संस्था के अध्यक्ष सामाजिक कार्यकर्ता गंगापुत्र राजेश हिन्दुस्तानी ने मधुबन पार्क रोड को चौड़ा करने के नाम पर काटे जा रहे हरे-भरे पेड़ों को लेकर गहरा रोष व्यक्त किया है। उन्होंने कहा कि ऐसा करके हिसार के विधायक व मेयर शहर को विकास नहीं विनाश की ओर ले जा रहे हैं।
हिन्दुस्तानी ने कहा कि एक ओर जहां सरकार अधिक से अधिक पेड़ लगाने व पर्यावरण संरक्षण के नाम पर अभियान पर सरकार करोड़ों रुपये खर्च करती है वहीं हरे-भरे इतने सारे पेड़ों को काटना बेहद गलत व दुर्भाग्यपूर्ण है। उन्होंने कहा कि यह मामला देरी से उनके ध्यान में आया नहीं तो वे ऐसा नहीं होने देते। मधुबन पार्क रोड पर न ही तो इतना अधिक ट्रैफिक रहता है और वह पहले से ही काफी चौड़ा है उसे चौड़ा करने के नाम पर इतने पेड़ों की बलि देना कहां का औचित्य है। ऐसा करके प्रशासन व नेताओं ने अदालत के आदेशों की भी अवहेलना की है। इन पेड़ों को काटने की बजाय प्रशासन को कोई अन्य विकल्प तलाशना चाहिए था। इस दैरान उन पेड़ों को भी काट दिया गया जो सडक़ चौड़ीकरण में कोई बाधा उत्पन्न नहीं कर रहे थे। नीम, पीपल, सफेदा, जामुन आदि किसी भी पेड़ को नहीं छोड़ा गया।
हिन्दुस्तानी ने कहा कि इसका उन्हें निजी तौर पर बेहद दुख हुआ है और उन्होंने इसके चलते खाना भी नहीं खाया। उन्होंने कहा कि वे पेड़ों की आत्मा की शांति के लिए शांति यज्ञ भी करेंगे। उन्होंने कहा कि शहर के लोग भी वर्षों से खड़े हरे पेड़ों को काटे जाने पर रोष जता रहे हैं। छोटा सा पौधा लगाकर फोटो खिंचवाने वाले पर्यावरण प्रेमी व संस्थाएं अब कहां गई। इतने सारे हरे पेड़ काटे जा रहे हैं तो वे संस्थाएं चुप क्यूं हैं। हिन्दुस्तानी ने कहा कि वे इस मामले को आगे तक लेकर जाएंगे और पेड़ों को इस तरह काटे जाने के दोषी लोगों पर कार्यवाही होनी चाहिए।