आदमपुर,
बरसात के 36 घंटे बीत जाने के बाद भी आदमपुर की सड़कों पर पानी खड़ा है। इसी बीच आदमपुर के कई प्राइवेट स्कूलों ने अवकाश घोषित कर दिया है।
प्रशासन जल निकासी में पूरी तरह से नकारा साबित हो रहा है। जलनिकासी न होने के कारण अनाज मंडी, एडिशनल मंडी, सिनेमा मार्केट, रविदास नगर, मित्तल मार्केट, बस स्टैंड रोड, क्रांति चौक, बोगा मंडी, हाऊसिंग बोर्ड कॉलोनी, शिव कॉलोनी, प्रणामी चौक, दूर्गा कॉलोनी, कॉलेज रोड, जवाहर नगर, कीर्ति नगर, इंदिरा कॉलोनी सहित करीब-करीब पूरा शहर पानी की आगोश में नजर आ रहा है। सिवरेज व्यवस्था पूरी दम तोड़ चुकी हैं। सिवरेज बैक मारने के कारण घरों में गंदा पानी आ रहा है। ऐसे में लोगों का घरों में रहना भी नरक जैसा हो गया है।
सड़कों पर पानी का कब्जा होने के कारण आदमपुर में अघोषित कर्फ्यू जैसे हालत बने हुए हैं। लोग घरों में ही रहने को मजबूर है। हाऊसिंग बोर्ड कॉलोनी के घरों में पानी भरा है। ऐसे में घर का फर्नीचर तो खराब हो ही रहा है, लोग खाना तक नहीं बना पा रहे हैं। लोगों का कहना है कि पिछले 3 साल से बारिश आदमपुर में तबाही मचा रही हैं, लेकिन सरकार का इस और कोई ध्यान नहीं हैं।
इसी बीच मौसम विभाग ने भविष्यवाणी की है कि आज फिर बरसात होगी। मौसम विभाग की इस भविष्यवाणी ने आदमपुरवासियों की हालत पतली कर दी है। शनिवार का पानी आज भी शहर में 2 से 3 फीट तक खड़ा है, ऐसे में यदि आज फिर बारिश आ गई तो हालत बाढ़ वाले होने में देर नहीं लगेगी।
कांग्रेसी नेता प्रदीप बैनिवाल ने जलनिकासी न होने पर भाजपा सरकार को दोषी ठहराया है। उन्होंने कहा सरकार और प्रशासन को पता था कि मानसून में यहां जलभराव होता हैं, लेकिन इसके बावजूद उन्होंने जलनिकासी के लिए पुख्ता प्रबंध नहीं किए। ये भाजपा के स्थानीय नेतृत्व का फेलियर है।
इनेलो नेता अशोक यादव ने कहा कि स्थानीय विधायक गायब है। जनता परेशान है। दुकानदारों की नींद उड़ी है, लेकिन इससे उन्हें कोई फर्क नहीं पड़ रहा है। उन्होंने कहा जनप्रतिनिधि का ऐसा रवैया ठीक नहीं हैं। उन्हें बरसाती मौसम में आदमपुर में रहकर प्रशासन पर दवाब बनाकर जलनिकासी का प्रबंध करना चाहिए।