हिसार

सरकार की हींग लगी ना फिटकरी..आदमपुर बन गया पेरिस!

आदमपुर,
चौ.भजनलाल का सपना था कि आदमपुर को पेरिस की तरह चमका कर रखा जाएं। उनका ये सपना अब आदमपुर की जनता ने जगह—जगह बैनर लगाकर पूरा कर दिया। जी हां, बुधवार को आदमपुर में ‘पेरिस में आपका स्वागत है’ बैनर लगे हुए थे। इतना ही नहीं बैनर पर लिखा है कि कुछ समय यहां रुककर आनंद उठायें।

दरअसल, आदमपुर में शनिवार के बाद बरसात नहीं हुई। इसके बाद भी यहां की सड़कों पर पानी बह रहा है और जगह—जगह पानी खड़ा है। मॉडल टाउन में पिछले 3/4 दिनों से सिवरेज का पानी सड़कों पर बह रहा है। जनस्वास्थ्य विभाग को बार—बार सिवरेज समस्या से अवगत करवाने के ​बाद भी समस्या का निदान नहीं हो पा रहा है। इसके चलते पूरा क्षेत्र बदबूदार पानी की आगोश में है।

पॉश इलाका होने का रुतबा होते हुए भी यहां पर सिवरेज का पानी खड़ा है और अधिकारियों के कानों पर जूं तक नहीं रेंग रही। यहां के विधायक जनता की सूध लेना भूल चुके हैं। सांसद के तो दर्शन ही दूर्लभ हो गए है। भाजपा के पदाधिकारियों के आंख—कान—नाक सब बंद हो चुके हैं। ऐसे में परेशान लोगों ने भाजपा सरकार, स्थानीय विधायक, सांसद व भाजपा पदाधिकारियों पर कटाक्ष करते हुए ‘पेरिस में आपका स्वागत है’ बैनर लगवाएं है।

वहीं सिवरेज समस्या को लेकर संजय सोनी ने मुख्यमंत्री को ट्वीट किए हुए 5 दिन का समय बीत चुका है। उनके पास रोजाना चंडीगढ़ के अधिकारियों के फोन आ जाते है कि स्थानीय अधिकारियों ने उनकी समस्या का हल किया या नहीं, लेकिन आज तक स्थानीय अधिकारी न तो संजय सोनी के पास आया और ना ही समस्या का हल किया। संजय सोनी ने बताया कि आदमपुर में सिवरेज की समस्या का हल करना ज्यादा बड़ा काम नहीं है। लेकिन अधिकारियों की लापरवाही के कारण इस समस्या का हल नहीं हो पा रहा है।

कांग्रेसी नेता प्रदीप बैनिवाल ने कहा कि आदमपुर की जनता की सबसे बड़ी भूल कमल का फूल रहा है। इस पार्टी के स्थानीय नेता, विधायक और सांसद केवल अखबारी है। उन्हें जमीन पर उतरकर लोगों की समस्या को जानने और उसे दूर करने से एलर्जी है। ऐसे में कांग्रेस के शासनकाल में चौ.भजनलाल ने जिस आदमपुर को बसाया था, वो आज खंडहर में तबदील होता जा रहा है।

इनेलो नेता अशोक यादव ने कहा किसी भी समस्या का हल तभी हो सकता है जब स्थानीय विधायक समस्या को दूर करने में रुचि ले और आमजन से बातचीत करे। लेकिन आदमपुर विधायक तो आदमपुर में रहते ही नहीं। जब वो आदमपुर में आते हैं तो उनके 15/20 लोग उनको घेर कर रहते हैं। वो उनसे ही बातचीत करके अखबारों में फोटो लगवाकर चलते बनते हैं।

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