हिसार,
भारतीय जनता पार्टी के पूर्व जिला प्रधान एवं मरू प्रदेश निर्माण मोर्चा के अध्यक्ष जयबीर गोदारा ने प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी को पत्र लिखकर मांग की है कि स्वतंत्रता दिवस के अवसर पर इनेलो प्रमुख ओमप्रकाश चौटाला की उम्र को देखते हुए उनकी सजा माफ करके उन्हें रिहा करवाएं। उन्होंने कहा कि इनेलो प्रमुख भी भूमिका किसान नेता की रही है और यदि मोदी सरकार किसानों के हित में कुछ करना चाहती है तो सबसे पहले इनेलो प्रमुख को रिहा किया जाना चाहिए। उन्होंने 5 अगस्त को बरवाला में होने वाली कपास रैली पर भी सवाल उठाया है और कहा है कि जहां कपास बिल्कुल कम होती है वहां कपास रैली करने का कोई औचित्य नहीं है।
बीकानेर से सिरसा जाते समय हिसार में बातचीत के दौरान जयबीर गोदारा ने कहा इनेलो प्रमुख ओमप्रकाश चौटाला की छवि किसान नेता की रही है और उनका जेल में रहना किसानों के लिए नुकसानदायक है। केन्द्र की मोदी सरकार किसानों के हित में अनेक योजनाएं बनाने का दावा कर रही है लेकिन यदि वह वास्तव में किसानों के हित में कुछ करना चाहती है तो पहले इनेलो प्रमुख को ही रिहा किया जाना चाहिए। उन्होंने कहा कि हिसार के बरवाला में 5 अगस्त को कपास रैली का आयोजन सरकार द्वारा किया जा रहा है, जो हास्यास्पद है। जहां पर सबसे कम कपास होती है, वहां पर कपास रैली किये जाने कोई औचित्य नहीं है। उन्होंन कहा कि यदि केन्द्र व प्रदेश की सरकार किसानों सहित आम जनता के हित में कुछ करना चाहती है तो उसे रोड शो व रैलियों से बाहर निकलकर धरातल पर कुछ करना चाहिए क्योंकि सरकार की योजनाएं धरातल से कोसों दूर है। उन्होंने कहा कि पूरे तामझाम व सुरक्षा घेरे में मुख्यमंत्री का रोड शो करने का भी कोई औचित्य नहीं है।
जयबीर गोदारा ने कहा कि राजस्थान में उनका मरू प्रदेश आंदोलन तेजी से जोर पकड़ चुका है। मरू प्रदेश क्षेत्र के 13 जिलों का बच्चा-बच्चा चाहता है कि मरू प्रदेश बनें ताकि उनके क्षेत्र का भी विकास हो क्योंकि हर कोई जान चुका है कि छोटा प्रदेश ही सुखी व विकसित प्रदेश हो सकता है। ऐसे में आने वाले विधानसभा चुनाव में मरू प्रदेश निर्माण मोर्चा की बात करने वाले दल को ही इस क्षेत्र की जनता प्राथमिकता देगी वहीं मरू प्रदेश निर्माण मोर्चा की आगामी चुनाव में अहम भूमिका रहेगा। उन्होंने हरियाणा विधानसभा में विपक्ष के नेता अभय सिंह चौटाला द्वारा पिछले दिनों मरू प्रदेश का समर्थन किये जाने पर उनका आभार जताया और कहा कि इससे उनके आंदोलन को और ज्यादा बल मिला है।