आदमपुर,
शिकारी कुत्तों एक बार फिर से हिरण के बच्चे को अपना शिकार बना लिया। इससे क्षेत्र के वन्य जीव प्रेमियों में रोष देखने को मिला। वन्य जीव प्रेमियों का कहना है कि आदमपुर क्षेत्र हिरण स्थली के रुप में पहचानी जाती है। ऐसे में वन्य जीव विभाग को आदमपुर क्षेत्र के शिकारी कुत्तों को यहां से कहीं और शिफ्ट करना चाहिए।
बिश्नोई जीव रक्षा समिति के अध्यक्ष कृष्ण राड़ ने बताया कि ढ़ाणी सदलपुर में शिकारी कुत्तों ने एक चेतल हिरण के बच्चे को घेरकर उस पर हमला कर दिया। मौके पर पहुंचे सेठी बैनिवाल ने बड़ी मुश्किल से हिरण के बच्चे को कुत्तों के चुंगल से बचाया। उनकी सूचना पर जीव रक्षा समिति ने रवि और मुकेश को मौके पर भेजा।
घायल हिरण के बच्चे को आदमपुर गौशाला में उपचार के लिए भर्ती किया गया। उसकी टांग और गर्दन में गहरी चोट आई हुई थी। गर्दन की हड्डी में फैक्चर होने के चलते उपचार के दौरान हिरण के बच्चे ने दम तोड़ दिया। बिश्नोई जीव रक्षा समिति के अध्यक्ष कृष्ण राड़ ने बताया कि शिकारी कुत्ते अकसर हिरण को अपना शिकार बना रहे हैं। सरकार को चाहिए कि जिस क्षेत्र में हिरण की संख्या अच्छी है वहां से शिकारी कुत्तों को किसी अन्य जगह शिफ्ट किया जाएं।
इसी प्रकार ढाउी अलखपुरा में एक मोर को बिजली का करंट लग गया। उसे वन्य जीव विशेषज्ञ तेलूराम के पास ले जाया गया। जहां उसका उपचार चल रहा है।