एक समय की बात है, एक गरीब किसान का बेटा था जिसका नाम राम था। राम एक दयालु और अच्छा लड़का था। वह हमेशा दूसरों की मदद करने के लिए तैयार रहता था। एक दिन, राम जंगल में घूम रहा था जब उसने देखा कि एक पेड़ सूख रहा है।
पेड़ ने राम से कहा, “मुझे पानी दो। मैं मर रहा हूँ।” राम को पेड़ पर दया आ गई। उसने अपने गले में एक कलशी बांध लिया और पेड़ को पानी देने लगा। वह कई दिनों तक पेड़ को पानी देता रहा। आखिरकार, पेड़ को पानी मिल गया और वह ठीक हो गया।
राम को पेड़ पर बहुत खुशी हुई। उसने सोचा कि अगर वह एक पेड़ को बचा सकता है, तो वह कई पेड़ों को बचा सकता है। इसलिए, सचिन ने जंगल में एक पेड़ लगाने का फैसला किया। उसने एक छोटा सा पेड़ लगाया और उसे पानी दिया।
राम ने हर दिन पेड़ की देखभाल की। उसने उसे पानी दिया, उसे खाद दी, और उसे कीटों से बचाया। धीरे-धीरे, पेड़ बड़ा और मजबूत हो गया।
राम ने एक और पेड़ लगाया, फिर दूसरा, फिर तीसरा। उसने जंगल में कई पेड़ लगाए। राम के प्रयासों से जंगल फिर से हरा-भरा हो गया।
राम के बारे में जल्द ही सभी को पता चल गया। लोग उसे “पेड़ लगाने वाला लड़का” कहने लगे। राम को अपने काम पर बहुत गर्व हुआ। वह जानता था कि वह दुनिया को एक बेहतर जगह बना रहा है। एक दिन, एक राजकुमार जंगल में घूम रहा था।
उसने राम को पेड़ लगाते हुए देखा। राजकुमार को राम की मेहनत और समर्पण पर बहुत खुश हुआ। उसने राम को एक पुरस्कार दिया और उसे जंगल का रक्षक नियुक्त किया। राम ने जंगल का रक्षक बनने के बाद भी पेड़ लगाना जारी रखा। उसने जंगल में कई और पेड़ लगाए। राम के प्रयासों से जंगल एक सुरक्षित और स्वस्थ जगह बन गई।
धर्मप्रेमी सुंदरसाथ जी, छोटी-छोटी चीजें भी बड़ा बदलाव ला सकती हैं। अगर हम सभी राम की तरह पेड़ लगाने का काम करें, तो हम दुनिया को एक बेहतर जगह बना सकते हैं ।
छोटी-छोटी चीजें भी बड़ा बदलाव ला सकती हैं। हमें पर्यावरण की रक्षा करनी चाहिए। हमें दूसरों की मदद करनी चाहिए।









