आदमपुर,
आढ़त को लेकर आदमपुर में आज से सब्जी की बोली बंद हो गई। अगले 5 दिनों तक यहां बोली न करवाकर हड़ताल पर रहने का निर्णय सब्जी विक्रेताओं ने लिया है। आज बोली न होने के कारण किसानों का माल नहीं बिक सका। सब्जी विक्रेताओं ने बताया कि आज से होलेसेलर हड़ताल पर है। खुदरा सब्जी विक्रेता आज शाम तक सब्जी बेच पायेंगे। कल यानि रविवार से आदमपुर में कोई खुदरा विक्रेता भी सब्जी नहीं बेचेगा। बात दें, आदमपुर में केवल 3 सब्जी के होलसेलर है। इनका मार्केट कमेटी के अधिकारियों से मार्केट फीस को लेकर कुछ दिनों से विवाद चल रहा है। इसके चलते अब आदमपुर के सब्जी विक्रेता 5 दिन की हड़ताल पर चले गए है।
आमजन को आज मिलेगी सब्जी
आज होलसेलर्स ने किसानों से सब्जी नहीं खरीदी। लेकिन खुदरा विक्रेता आज सब्जी को बेचकर अपना स्टॉक समाप्त करेंगे। कल से आदमपुर में सब्जी की छोटी दुकानें भी बंद रहेगी। आज भी सब्जी मंडी में ताजा सब्जी नहीं मिलेगी। आज जो सब्जी बेची जायेगी वह केवल कल के स्टॉक को समाप्त करने के लिए बेची जाएगी। ऐसे में आज दोपहर बाद आदमपुर में सब्जी के भाव बढ़ सकते हैं साथ ही सब्जी मिलने में भी किल्लत हो सकती है।
नेता लोग पूरी तरह खामोश
सब्जी आमजन के जरुरत की चीज है। सब्जी विक्रेता पिछले 3 दिन से हड़ताल पर जाने की बात कर रहे थे लेकिन आदमपुर के किसी भी नेता ने उनकी समस्या सुनने की जरुरत तक नहीं समझी। आदमपुर के विधायक और सांसद आदमपुर में नहीं रहते। इसके चलते उनके पास इसकी सूचना तक नहीं है। दूसरी तरफ बिश्नोई परिवार भी आदमपुर नहीं रहता। उनके स्टाफ ने मामले से फिलहाल दूरी ही बना रखी है। भाजपा के पदाधिकारियों ने भी समय रहते इस समस्या का समाधान खोजने के प्रयास नहीं किए। विपक्ष ने नेताओं ने कुछ इसी प्रकार का रवैया अपनाएं रखा। इसके चलते सब्जी विक्रेताओं को हड़ताल पर जाने के लिए मजबूर होना पड़ा।
बाहरी सब्जी वाले हुए सक्रिय
वहीं आमजन को सब्जी विक्रेताओं की हड़ताल से ज्यादा असर पड़ने वाला नहीं है। क्योंकि हड़ताल की सूचना मिलते ही आदमपुर में कई ट्रैक्टर व टाटा एस संचालक सब्जी बेचने की तैयारी में लग गए है। ये लोग हिसार—फतेहाबाद से सब्जी लाकर बेचते हैं। ऐसे में आलू, गाजर, गोभी, मूली, धनिया, हरी मिर्च जैसी सब्जी के लिए आमजन को परेशान नहीं होना पड़ेगा। ये सब्जी विक्रेता गली—गली में जाकर सब्जी बेचने के लिए शनिवार सुबह से सक्रिय दिखाई देने लगे हैं। शनिवार सुबह ही अनाज मंडी में 2 ट्रैक्टर संचालक आलू—गाजर बेचते हुए नजर आएं।
दाल—कड़ी की बढ़ेगी खपत
ताजा सब्जी न मिलने के कारण अधिकतर लोग 5 दिनों तक दाल—कड़ी पर ही निर्भर रहेंगे। सब्जी मंडी की हड़ताल का सबसे ज्यादा असर ढ़ाबा संचालकों पर पड़ेगा। इन्होंने आलू, गाजर, मटर का स्टॉक भी किया है। लेकिन ताजा सब्जी परोसने में अगले 5 दिन तक ये ढ़ाबा संचालक संघर्ष करते ही नजर आयेंगे। ढ़ाबा संचालकों का कहना है कि वे किसानों से बात कर रहे हैं ताकि उनके खेत से उनको ताजा सब्जी मिल सके। लेकिन अब दाल—कड़ी बनाने पर ज्यादा ध्यान देना पड़ेगा ताकि ग्राहकों को ताजा खाने को मिल सके।