बाल कृष्ण माखन चोरी की लीला कर रहे थे। गोकुल के इस वजह से काफी परेशान थे। एक दिन गांव के नंद बाबा और यशोदा के पास पहुंचे और कान्हा की शिकायत करने लगे। नंद बाबा ने कृष्ण से पूछा कि तुम माखन चोरी क्यों करते हो, जबकि हमारे घर में तो बहुत माखन है।
कृष्ण ने कहा कि आप लोग मेहनत से दूध, दही, घी, माखन तैयार करते हैं और फिर ये चीजें कर के रूप में दुष्ट कंस को दे देते हैं और इस वजह से गांव के बच्चों को माखन नहीं मिलता है। आपके इस काम से कंस की ताकत लगातार बढ़ रही है। अगर आप कंस को कर देना नहीं रोकेंगे तो मैं तोड़-फोड़ करता रहूंगा। ताकि ये माखन कंस के पास न पहुंचे और गांव के बच्चों को मिल सके।
धर्मप्रेमी सुंदरसाथ जी, श्रीकृष्ण ने इस लीला के माध्यम से संदेश दिया है कि हमें ऐसे काम नहीं करना चाहिए, जिनकी वजह से गलत लोगों की ताकत बढ़ती है।