धर्म

महामारी को रोकथाम के लिए शासन पर नहीं अनुशासन पर निर्भर हो—स्वामी सदानंद महाराज

आदमपुर,
महामारी काल में अकेले सरकार कुछ नहीं कर सकती। जनता को अनुशासित और एकजुट होकर महामारी को हराना पड़ता है। यह बात प्रणामी मिशन के प्रमुख संत स्वामी सदानंद महाराज ने आनलाइन प्रवचन करते हुए श्रद्धालुओं से कही। उन्होंने कहा आज हमें अनुशासित रहने की आवश्यकता है। स्वास्थ्य विभाग द्वारा जारी गाइडलाइन को मानते हुए यदि हम स्वयं अनुशासित रहेंगे तो कोरोना संक्रमण पर जल्द ही जीत हासिल कर लेंगे।

प्रणामी संत ने कहा प्रत्येक सदी में महामारी आती है। काफी इंसान इसके आगोश में समा जाते हैं। इतिहास को देखने पर पता चलता है कि जब—जब महामारी आई है लोगों ने धैर्य और एकजुट होकर अनुशासन को दिनचर्या का हिस्सा बनाकर ही इस पर जीत पाई है। जब तक मेडिकल साईंस कोविड की दवा नहीं खोज लेती हमें अनुशासित रहना होगा। बिना विशेष कार्य के घर से निकलने से बचना होगा। मास्क लगाने की आदत डालनी होगी।

उन्होंने कहा कि अनुशासित होने के साथ—साथ हमें महामारी के शिकार हो रहे लोगों की सेवा भी करनी है। उनकी और उनके परिवार की जरुरत के अनुसार मदद करनी है। जो लोग कोरोना संक्रमण के बाद ठीक हो चुके हैं, उन्हें प्लाज्मा दान करके दूसरों की जान बचानी है। समाज के लोग जब एकजुट होकर महामारी को हराने की दिशा में काम करेंगे तो जल्द ही हम इस पर विजय पा लेंगे।
इस दौरान उन्होंने कहा शासन पर नहीं—अनुशासन पर निर्भर बने, तभी हम मानवता को सुरक्षित रख पायेंगे। शासन का काम महामारी के दौरान दिशा—निर्देश देना, दवाईयां उपलब्ध करवाना और व्यवस्था को सुचारु करवाना होता है। लेकिन जब रोगियों की संख्या अस्पतालों से ज्यादा हो जाएं तो शासन के कोसने के स्थान पर सबको एकजुट होकर महामारी को रोकने का कार्य करना चाहिए। इस दौरान उन्होंने नाम की महिमा से लेकर सम्पूर्ण रामायण कथा का रसपान श्रद्धालुओं को करवाया।

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