2 दिन से हिसार के निजी अस्पताल में दाखिल, अभी तक बेहोश
आदमपुर,
भाणा गांव में जमीन विवाद के चलते भोड़िया कॉलेज में प्राध्यापक पद पर कार्यरत सतीश चंद्र पर उसके पारिवारिक दादा और उसके बच्चों ने लाठियों से जानलेवा हमला कर दिया। इसके चलते पिछले 2 दिनों से प्राध्यापक बेहोश है। उसका उपचार हिसार के एक निजी अस्पताल में चल रहा है। जहां उसकी हालत फिलहाल नाजुक बताई जा रही है।
पुलिस को दी शिकायत में सतीश चंद्र के पिता रिटायर्ड पटवारी दलीप सिंह ने उसका अपने चाचा छैलुराम के साथ जमीन को लेकर विवाद चल रहा है। करीब 20 दिन पहले छैलुराम व उसके लड़कों ने उनके खेत के खाल का नाका अपने कब्जे में लेकर उसका खाल तोड़ दिया। इसके बाद उसके ग्वार के खेत में छैलूराम के लड़कों ने ट्रैक्टर चला दिया। इसी दौरान 7 जून की शाम को वह अपने बेटे सतीश चंद्र व भाई के बेटे वेद कुमार के साथ कपास के खेत में गुडाई कर रहा था। इसी दौरान छेलुराम, उसके लड़के कृष्ण, रायसाहब, उग्रसेन तथा पोते राजपाल, दिपक, अजय, प्रमोद व रोहित अचानक लाठियों से लैस होकर उसके खेत में घुस गए और हम पर हमला बोल दिया।
इस दौरान उन्होंने सतीश चंद्र को जानबुझकर निशाना बनाते हुए नीचे गिराकर लाठियों से जानलेवा हमला किया। बीच—बचाव करने पर उसे व उसके भतीजे वेद कुमार को भी लाठियों से पीटा और मौके से भाग गए। घायलावस्था में सतीश कुमार को अग्रोहा मेडिकल कॉलेज में ले जाया गया। सिर में चोट होने के कारण बेहोशी न टूटने पर उसे हिसार के निजी अस्पताल में दाखिल करवाया गया। घटना के 2 दिन बीत जाने के बाद भी सतीश चंद्र को होश नहीं आया।
पुलिस ने घायल सतीश चंद्र की एमएलआर रिपोर्ट व पिता दलीप सिंह की शिकायत पर छैलुराम, उसके बेटों व पोतो पर विभिन्न धाराओं के तहत मामला दर्ज कर जांच आरंभ कर दी है।