हिसार,
भाजपा व जजपा सरकार का केवल एक ही निशाना शराब की फैक्ट्रियां चलवाना है। यह शब्द कांग्रेस के पूर्व जिला महासचिव राममेहर घिराये ने हरियाणा की भाजपा व जजपा गठबंधन सरकार पर तंज कसते हुए कहा कि कोरोना से जंग लडऩे की बजाये मुख्यमंत्री व उपमुख्यमंत्री की जोड़ी शराब की फैक्ट्रियां चलवाने, ठेके खुलवाने और शराब बिकवाने को ही जनसेवा का रास्ता मान बैठे हैं। 11 अप्रैल को आबकारी व कराधान विभाग द्वारा जारी पत्र का हवाला देते हुए बताया कि प्रदेश सरकार की प्राथामिकता है कि सभी जिलों में जल्द से जल्द शराब की फैक्ट्रियां चालू हो जाएं। ठेके चालू हों और बिक्री जोर शोर से हो। ऐसा लगता है कि भाजपा व जजपा सरकार ने अपनी प्राथमिकताएं शराब लॉबी को गिरवी रख दी है और जनता को भगवान भरोसे छोड़ दिया है।
कांग्रेसी नेता राममेहर घिराये ने कहा कि कोरोना महामारी और लॉकडाउन के बीच ऐसी क्या आवयश्यकता हो गई है कि लोगों को मूलभूत चीजें मुहैया करवाने से ज्यादा सरकार को शराब बिक्री की चिंता सता रही है। उन्होंने कहा कि क्या सरकार के लोगों का शराब बिजनेस से कोई निजी हित है, बड़ा सवाल है। उन्होंने कहा कि महामारी के ऐसे नाजुक दौर में शराब की बिक्री होगी तो कानून व्यवस्था चरमरा जाएगी। सामाजिक भाईचारा व परिवार में झगड़े बढऩे की पूरी आशंका बनी रहेगी। इसलिए सरकार व सरकार में बैठे लोगों को शराब की बिक्री की ओर ध्यान न देकर जनता के हितों की सोचनी चाहिये।