आदमपुर/अग्रोहा,
कृष्णा कॉलोनी में रहने वाले दीपक कुमार ने मानसिक परेशानी के चलते जहरीला पदार्थ निगल लिया। उस समय घर पर केवल उसकी 12 वर्षीय मासूम बेटी थी। पापा की तबीयत बिगड़ती देख मासूम ने एंबुलेंस को फोन करके बुलाया। पापा को अग्रोहा मेडिकल कॉलेज में भी ले गई। लेकिन वो पापा को बचा नहीं पाई। डाक्टरों ने जब दीपक कुमार को मृत घोषित किया उस समय मासूम बेटी पापा के पास खड़ी थी और डाक्टरों से उपचार शुरु करने की गुहार लगा रही थी।
डाक्टर और स्टाफ सदस्यों ने हालात को समझते हुए मासूम को अलग कैबिन में ले गए और परिवार के सदस्यों का नम्बर लिया और उन्हें घटना की जानकारी दी। जब तक दीपक के परिजन मौके पर पहुंचे मासूम बेटी की आंखों में पानी था और बार—बार पापा को बचाने की प्रार्थना कभी डाक्टरों से कर रही थी तो कभी भगवान से कर रही थी।
दरअसल, दीपक अपनी 12 वर्षीया बेटी के साथ अकेला ही अग्रोहा की कृष्णा कालोनी में रहता था। लंबे समय से उसकी पत्नी के साथ अनबन चल रही थी,जिसके कारण वह मानसिक रूप से परेशान रहता था। इसी परेशानी के चलते रविवार रात दीपक ने जहरीले पदार्थ का सेवन कर लिया। गंभीर अवस्था देखते हुए 12 वर्षीय बेटी ने हौंसला दिखाते हुए एंबुलेंस को फोन कर अपने पिता को अग्रोहा मेडिकल में उपचार के लिए दाखिल करवाया। जहां चिकित्सकों ने जांच पड़ताल कर उसे मृत घोषित कर दिया। अग्रोहा पुलिस ने मृतक के स्वजनों के ब्यान के आधार पर इत्तफाकिया मौत की कार्रवाई कर शव का पोस्टमार्टम करवाकर स्वजनों को सौंप दिया गया। बता दें, दीपक कुमार पहले आदमपुर की लेडिज मार्केट में ओम फेशन के नाम से दुकान चलाता था।
दीपक तो इस संसार से चला गया लेकिन अपनी परी जैसी मासूम बेटी की आंखों में आंसू और दिल में कई सवाल छोड़ गया।