आदमपुर,
सरकार द्वारा आदमपुर को नगरपालिका बनाए जाने की अधिसूचना सोशल मीडिया पर जारी होते जहां कई जगह लोगों में खुशी देखने को मिल रही है वहीं गांव आदमपुर के लोगों में मायूसी छाई हुई है। ग्रामीणों का कहना है कि हम हमारे ग्रामीण स्वरूप में ही खुश है। हमें नगर पालिका से फायदे के मुकाबले में नुकसान ज्यादा होगा। हमारे बुजुर्गों द्वारा पंचायत की भूमि हमारे लिए कल्याण के लिए छोड़ी थी, उस पर नगरपालिका का कब्जा हो जाएगा। ग्रामीण लोगों पर विभिन्न तरह के टेक्स व अन्य सरकारी बोझ बढ़ जाएंगे। गरीब लोगों का जीवन दूभर हो जाएगा। गांव का ज्यादातर तबका किसान और मजदूर का है, जिनका सहायक व्यवसाय पशुपालन है। नई व्यवस्था पशुपालन के कार्य को कुप्रभावित करेगी।
निवर्तमान पंचायत समिति सदस्य नरषोतम मेजर ने कहा कि इस बारे में जल्द ही ग्रामीणों की बैठक बुलाकर गांव आदमपुर को नगर पालिका में शामिल करने के विरोध में आगामी रणनीति बनाई जाएगी व न्यायिक पहलुओं पर भी विचार किया जाएगा। पहले भी गांव के लोगों ने हर स्तर पर इसका विरोध किया है, परंतु सरकार ने ग्रामीणों की आत्मा की आवाज को नहीं सुना। आज ग्रामीणों में भारी निराशा देखी जा रही है।