नई दिल्ली,
हरियाणा कांग्रेस में रार थमने के बजाए बढ़ गई है। हरियाणा कांग्रेस की अध्यक्ष कुमारी सैलजा के खिलाफ पूर्व सीएम भूपेंद्र सिंह हुड्डा और उनके समर्थक विधायकों ने मोर्चा खोल दिया है। हुड्डा समर्थक 22 विधायक दिल्ली में कांग्रेस के मुख्यालय पहुंचे हैं। हुड्डा समर्थक विधायक कांग्रेस के राष्ट्रीय संगठन सचिव केसी वेणुगोपाल से मिल रहे हैं। वे पांच-पांच के दल में वेणुगोपाल से मिल रहे हैं। ये विधायक कुमारी सैलजा को हरियाणा कांग्रेस के अध्यक्ष पद से हटाने की मांग कर रहे हैं। दूसरी ओर, हरियाणा की पूर्व मंत्री किरण चौधरी भी केसी वेणुगाेपाल से मिलने पहुंची। उन्होंने कहा कि वह इनमें (हुड्डा समर्थक विधायकों में) शामिल नहीं हैं।
ये 5 विधायक मिले वेणुगोपाल से
वेणुगोपाल से मिलने वाले पहले पांच विधायकों में डॉ. रघुबीर सिंह कादियान, बीबी बत्रा, कुलदीप वत्स, वरुण मुलाना और बिशन सिंह सैनी शामिल हैं। विधायकों ने हरियाणा कांग्रेस के हालात और कुमारी सैलजा के अब तक राज्य संगठन का पुनर्गठन करने के बारे में अपने पक्ष रखे।
इससे पहले ये विधायक दिल्ली के 15 तालकटोरा रोड स्थित पूर्व मुख्यमंत्री भूपेंद्र सिंह हुड्डा निवास पर एकत्रित हुए। वहां विचार-विमर्श के बाद वे राष्ट्रीय संगठन महासचिव केसी वेणुगोपाल से मिलने कांग्रेस मुख्यालय रवाना हुए। हुड्डा समर्थक ये विधायक मौजूदा प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष कुमारी सैलजा को बदलने की मांग को लेकर अरसे से सक्रिय हैं।
क्या कहना है इन विधायकों का
इन विधायकों का कहना है कि मौजूदा प्रदेश अध्यक्षा कुमारी सैलजा को हटाकर पूर्व सीएम भूपेंद्र सिंह हुड्डा को कांग्रेस की कमान सौंपी जाए। इसके लिए विधायकों ने राज्य कांग्रेस के कमजोर संगठन और पूर्व सीएम ओमप्रकाश चौटाला की रिहाई को आधार बनाया है। चौटाला की शुक्रवार को 10 साल की सजा पूरी होने पर रिहा हो चुके हैं। कांग्रेस विधायक कह रहे हैं कि किसान संगठनों के आंदोलन और चौटाला की रिहाई के बाद भी यदि कांग्रेस की कमान पूर्व सीएम हुड्डा के पास नहीं रही तो यह स्थिति पार्टी के लिए मुश्किल भरी होगी।
क्यों हुआ दर्द
विधायकों का पेट दर्द अचानक नहीं हुआ है। असल में, जमीनी पकड़ न होने के कारण कुमारी सैलजा पिछले काफी समय से जिलाध्यक्ष से लेकर ब्लॉक अध्यक्ष तक नहीं बना पाई। इसके चलते कांग्रेस किसान आंदोलन का सही फायदा नहीं उठा पाई। अब तक इन विधायकों को लग रहा था कि किसानों के पास हरियाणा में कांग्रेस को छोड़कर अन्य कोई विकल्प नहीं है। लेकिन पूर्व सीएम चौटाला के बाहर आते ही कांग्रेसी विधायकों को भय है कि इनेलो अब किसानों को अपने पाले में करके कांग्रेस की हांड़ी में पक रही खिचड़ी को खा सकती है।
किरण चौधरी भी मिली वेणुगोपाल से
दूसरी ओर, हुड्डा समर्थक विधायकों से पहले पूर्व मंत्री किरण चौधरी केसी वेणुगोपाल के कार्यालय पहुंची। उन्होंने वेणुगोपाल से मुलाकात कर पूरे मामले पर अपने विचार रखे। बता दें कि कुमारी सैलजा भी शनिवार को नर्द दिल्ली में वेणुगोपाल और हरियाणा कांग्रेस प्रभारी विवेक बंसल से मिली थीं। कुमारी सैलजा ने रविवार सुबह कांग्रेस के पूर्व राष्ट्रीय अध्यक्ष राहुल गांधी से भी मुलाकात की थी।