हिसार,
आंगनवाड़ी वर्कर व हेल्पर यूनियन ने लघु सचिवालय के बाहर धरना दिया और सरकार के खिलाफ नारेबाजी की। बाद में आंगनवाड़ी महिलाओं ने नायब तहसीलदार के माध्यम से विभाग की निदेशक को ज्ञापन भेजा। लघु सचिवालय के बाहर दिए गए धरने की अध्यक्षता सुशीला हांसी ने की जबकि जिला सचिव कृष्णा शर्मा ने संचालन किया।
धरने को संबोधित करते हुए सीटू जिला सचिव कामरेड सुरेश कुमार ने कहा कि हरियाणा सरकार आंगनवाड़ी वर्करों से ऑनलाइन काम का दबाव बना रही है जबकि स्मार्टफोन के बगैर यह कार्य संभव नहीं है। रिचार्ज का पैसा भी सरकार नहीं दे रही है। आज इस महंगाई के जमाने में आंगनवाड़ी सेंटर का शहर में कम से कम 5000 रुपये और ग्रामीण इलाके में 2000 रुपये से कम कोई किराया नहीं है और सरकार शहर में 1500 रुपए और ग्रामीण में 200 रुपये सेंटर का किराया देती है। यह किराया भुगतान किये भी दो साल हो चुके हैं। इसी प्रकार आंगनवाड़ी सेंटरों में बिजली पीने का साफ पानी, पंखे, झाडू, अलमारी सहित तमाम जरूरत का सामान नहीं दिया जा रहा। अनेक जगह छह महीने से मानदेय भी नहीं दिया जा रहा है। केंद्र सरकार ने 1500 रुपए वर्कर की बढ़ोतरी और हेल्पर की 750 रुपये बढ़ोतरी की घोषणा की थी जो अभी तक हरियाणा सरकार ने लागू नहीं की है।
यूनियन की जिला सचिव कृष्णा शर्मा व सुशीला ने बताया कि जब तक हमारी मांगों पर सरकार ध्यान नहीं देगी हम चुप नहीं बैठेंगे। धरने पर किसान सभा के जिला प्रधान शमशेर सिंह नंबरदार ने आंगनवाड़ी में कार्यरत महिलाओं की मांगों का समर्थन किया और तीन कृषि के काले कानूनों को वापस करवाने के लिए पहले से चल रहे किसान आंदोलन को सहयोग करने की अपील की। धरने में मौजूद सभी महिलाओं ने हाथ उठाकर किसानों के आंदोलन का समर्थन किया। धरने को संतोष जांगड़ा अग्रोहा, सुदेश उकलाना, संतोष व मुकेश आदमपुर, किसान सभा के जिला सचिव सतबीर सिंह धायल, सूबे सिंह बूरा, रतन सिंह, लक्ष्मण शाहपुर, प्रेम सातरोड व रमेश सैनी आदि लोगों ने संबोधित किया।