एचएयू में मिल रहा घर जैसा माहौल, कुलपति कम्बोज ने कहा, इंडिया में बिल्कुल सुरक्षित, घबराने की जरूरत नहीं
हिसार,
वैश्विक स्तर पर अफगानिस्तान में चल रही उठा-पटक के मद्देनजर हर किसी की नजर वहां के लोगों पर टिकी हुई है। अफगानिस्तान से बाहर पढऩे के लिए गए हुए विद्यार्थियों को भी अपने परिवार की चिंता सता रही है और वे लगातार उनसे संपर्क जोड़े हुए हैं।
हिसार के हरियाणा कृषि विश्वविद्यालय में पढऩे आए अफगानिस्तानी छात्रों की भी यही चिंता है, लेकिन विश्वविद्यालय प्रशासन लगातार उनके संपर्क में है और उनका व उनके परिजनों का हालचाल पूछ रहा हैं। विश्वविद्यालय प्रशासन की ओर से उन्हें हर तरह की सहायता प्रदान की जा रही है। कुलपति प्रो. बीआर कम्बोज ने विद्यार्थियों को हौंसला देते हुए कहा कि उन्हें घबराने की जरूरत नहीं है और विश्वविद्यालय प्रशासन हर समय उनके साथ है। जब तक अफगानिस्तान में स्थिति सामान्य नहीं हो जाती तक वे यहां रह सकते हैं और उनकी तरफ से हर संभव मदद की जाएगी।
स्नातकोत्तर अधिष्ठाता डॉ. अतुल ढींगड़ा ने बताया कि अफगानिस्तान में चल रहे मौजूदा हालात के चलते इस समय विश्वविद्यालय प्रशासन की ओर से अफगानी विद्यार्थियों को लेकर लगातार विचार-विमर्श चल रहा है और उन्हें हर प्रकार की मदद मुहैया करवाई जा रही है। इसके अलावा जब तक अफगानिस्तारन में हालात सामान्य नहीं हो जाते उन्हें यहां रूकने में किसी प्रकार की कोई दिक्कत नहीं आने दी जाएगी। विश्वविद्यालय के कुलपति लगातार मामले में अधिकारियों को अफगानी विद्यार्थियों की हर समस्या के समाधान के लिए निर्देशित कर रहे हैं।
छात्र कल्याण निदेशक डॉ. देवेंद्र सिंह दहिया ने बताया कि विश्वविद्यालय में इस समय 12 अफगानी विद्यार्थी विभिन्न कोर्सों में शिक्षा ग्रहण करने के लिए आए हुए हैं। उन्हें विश्वविद्यालय प्रशासन की ओर से हर संभव मदद की जा रही है और उनसे लगातार संपर्क कर उनका हालचाल पूछा जा रहा है। उनके परिजनों से भी उनके माध्यम से बात हो रही है। एमएससी के विद्यार्थियों जिया उल हक व मोहम्मद रफी ने बताया कि भारत में वे बिल्कुल सुरक्षित हैं और विश्वविद्यालय की ओर से उन्हें भरपूर सहयोग मिल रहा है। हालांकि उनके परिजनों को लेकर उन्हें चिंता सता रही है। विश्वविद्यालय में खाने-पीने व सहयोग के मामले में घर जैसा माहौल मिल रहा है। त्रिवेणी इंटरनेशनल ब्वायज हॉस्टल जहां इस समय अफगानी विद्यार्थी ठहरे हुए हैं के वार्डन डॉ. अनिल वत्स व डॉ. सुरेंद्र यादव लगातार इन विद्यार्थियों की शैक्षणिक व अन्य गतिविधियों में उनकी मदद कर रहे हैं।