हिसार

इलेक्ट्रोनिक्स वाहन वर्तमान समय की जरूरत : प्रो. कम्बोज

‘इलेक्ट्रिकल एवं इलेक्ट्रॉनिक्स इंजीनियरिंग में वर्तमान चुनौतियां’ पर कार्यक्रम आयोजित

हिसार,
गुरु जम्भेश्वर विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय, हिसार के कुलपति प्रो. बलदेव राज कम्बोज ने कहा है कि इलेक्ट्रोनिक्स वाहन वर्तमान समय की जरूरत है। प्रदूषण की समस्या एक गंभीर वैश्विक चुनौती है और इलेक्ट्रोनिक्स वाहन प्रदूषण की समस्या को रोकने में बड़ा योगदान दे सकते हैं।
प्रो. कम्बोज विश्वविद्यालय के इलेक्ट्रिकल इंजीनियरिंग विभाग के सौजन्य से ‘इलेक्ट्रिकल एवं इलेक्ट्रॉनिक्स इंजीनियरिंग में वर्तमान चुनौतियां’ पर छह दिवसीय अखिल भारतीय तकनीकी शिक्षा परिषद (एआईसीटीई) प्रायोजित ऑनलाइन फेकल्टी डिवेल्पमेंट प्रोग्राम के उद्घाटन समारोह को संबोधित कर रहे थे। एफडीपी, एआईसीटीई, नई दिल्ली के निदेशक कर्नल बी. वेंकट व विश्वविद्यालय के कुलसचिव प्रो. अवनीश वर्मा समारोह के विशिष्ट अतिथि थे। डॉ. एपीजे एकेटीयू, लखनऊ के डीन वैल्यू एजुकेशन प्रो. गजेंद्र सिंह कार्यक्रम में मुख्य वक्ता के रूप में उपस्थित थे। कुलपति ने कहा कि इलेक्ट्रोनिक्स वाहनों के संबंध में तकनीक तेजी से विकसित हो रही है। भविष्य में और अधिक उन्नत तकनीक आने की सम्भावना है। हालांकि इस दिशा में कई चुनौतियां हैं।
कुलसचिव प्रो. अवनीश वर्मा ने ट्रांसमिशन, डिस्ट्रीब्यूशन, मोटर स्पीड कंट्रोल, बैटरी चार्जिंग आदि में आने वाली चुनौतियों पर गहन प्रकाश डाला। उन्होंने कहा कि स्टार्ट-अप जैसे अभियान इस दिशा में काफी कारगर साबित हो रहे हैं।
मुख्य वक्ता प्रो. गजेंद्र सिंह ने ‘बुनियादी मानव आकांक्षा की प्राप्ति के लिए शिक्षा की भूमिका’ विषय पर एक विशेष व्याख्यान दिया। डीन एफईटी प्रो. सरोज ने भारत में भविष्य की बिजली उत्पादन क्षमता के पहलुओं पर प्रकाश डाला। एफडीपी की अध्यक्षा डॉ. प्रीति प्रभाकर ने अतिथियों और प्रतिभागियों का स्वागत किया और एफडीपी की संरचना के बारे में जानकारी दी। इस एफडीपी में देश भर से 64 प्रतिभागी भाग ले रहे हैं, जहां प्रतिष्ठित शिक्षाविदों और उद्योगों के 18 विशिष्ट वक्ता अपनी विशेषज्ञता साझा करेंगे।
कार्यक्रम में 18 सत्रों का आयोजन किया जा रहा हैं, जिनमें अक्षय ऊर्जा स्रोतों, ऊर्जा दक्षता, स्मार्ट ग्रिड लोड पूर्वानुमान, एकीकृत ऊर्जा प्रणालियों का विकास और डीएसपी नियंत्रकों का उपयोग करके माइक्रो-ग्रिड, सुपर कैपेसिटर स्मार्ट ग्रिड मुद्दे और अवसर, पावर इलेक्ट्रॉनिक्स, इलेक्ट्रिक वाहन, हाइब्रिड एनर्जी स्टोरेज सिस्टम, हाइब्रिड इलेक्ट्रिक और एआई अनुप्रयोगों में मॉडलिंग और ऊर्जा प्रबंधन के विभिन्न पहलुओं पर प्रस्तुति और खुली चर्चा शामिल है।
विश्वविद्यालय एफडीपी समन्वयक डॉ. संदीप के आर्य ने प्रतिभागियों को एफडीपी के लक्ष्य तभी हासिल किए जा सकते हैं जब शिक्षक विद्यार्थियों को ज्ञान हस्तांतरित करता है। एसबीजेआईटीएम और आर, नागपुर के निदेशक अनुसंधान प्रो. डीपी कोठारी (पूर्व निदेशक आईआईटी दिल्ली, बिट्स पिलानी, वीआईटी) ने स्मार्ट ग्रिड पर ध्यान केंद्रित किया और बीएमएस कॉलेज ऑफ इंजीनियरिंग, बैंगलोर के ईईई विभाग के प्रो. सी. लक्ष्मी नारायण ने रेडियल वितरण प्रणाली में वितरित जनरेटर और कैपेसिटर के प्लेसमेंट के लिए एआई अनुप्रयोगों पर चर्चा की।
सहायक प्रोफेसर डॉ. सुमित एफडीपी समन्वयक हैं। सहायक प्रो. निशा शर्मा ने ऑनलाइन उद्घाटन समारोह की मेजबानी की। सहायक प्रो. डॉ राजेंद्र कुमार बेनीवाल ने धन्यवाद प्रस्ताव किया।

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