हिसार

बिजली क्षेत्र के निजीकरण से बढ़ेगी महंगाई और बेरोजगारी : दलीप सोनी

बिजली कर्मचारियों ने मांगों को लेकर प्रदर्शन कर अधीक्षक अभियंता को सौंपा ज्ञापन

मांगों को लेकर 22 दिसंबर को करेंगे सर्कल स्तरीय प्रदर्शन

हिसार,
सर्व कर्मचारी संघ से संबंधित ऑल हरियाणा पावर कारपोरेशन वर्कर यूनियन सर्कल हिसार के बिजली कर्मचारियों ने स्थानीय राजगढ़ रोड स्थित अधीक्षक अभियंता कार्यालय के समक्ष बिजली की नेशनल कॉर्डिनेशन कमेटी के आह्वान पर केंद्र सरकार द्वारा संसद में पेश किए जाने वाले बिजली संसोधन बिल को रद्द करने, पुरानी पैंशन स्कीम बहाल करने सहित अन्य मांगों को लेकर जोरदार रोष प्रदर्शन किया और प्रधानमंत्री, केंद्रीय बिजली मंत्री, प्रदेश के मुख्यमंत्री व बिजली मंत्री व सांसदों के नाम ज्ञापन अधीक्षक अभियंता को सौंपा।
प्रदर्शन की अध्यक्षता सर्कल सचिव ओमप्रकाश वर्मा ने की तथा संचालन यूनिट नंबर एक के सचिव अशोक सैनी ने किया। प्रदर्शन में आए बिजली कर्मचारियों को संबोधित करते हुए यूनियन के राज्य उपप्रधान सुबे सिंह कादियान, सचिव दलीप सोनी, सर्कल सचिव दिलबाग जांगड़ा ने बताया कि केंद्र सरकार बिजली संसोधन बिल के माध्यम से बिजली क्षेत्र को पूरी तरह से निजी हाथों में सौंपने की तैयारी कर रही है। बिजली क्षेत्र के निजीकरण से देश में महंगाई और बेरोजगारी काफी अधिक बढ़ जाएगी। उन्होंने बताया कि यह बिजली संसोधन बिल ना केवल बिजली कर्मचारियों अपितु आम जनता खास कर किसानों व युवाओं के लिए बहुत ही घातक सिद्ध होगा।
कर्मचारी नेताओं ने बताया कि इस बिल के कारण कृषि क्षेत्र को सस्ती दर पर मिलने वाली बिजली बहुत महंगी दर पर मिलेगी, जिससे किसानों की फसल लागत काफी अधिक हो जाएगी, जिसके कारण महंगाई बढ़ेगी, जिसका सीधा असर आम आदमी पर पड़ेगा। वहीं इस बिजली बिल के कारण स्थाई रोजगार की बाट जोह रहे युवाओं को भी निराशा हाथ लगेगी। इस बिल के पास होने के बाद पक्के रोजगार की बजाय ठेकेदारों व कंपनियों की मनमानी का शिकार युवाओं को होना पड़ेगा। प्राइवेट क्षेत्र में किस प्रकार से युवाओं का आर्थिक व मानसिक शोषण किया जाता है यह सभी जानते हैं।
कर्मचारी नेताओं ने बताया कि यूनियन द्वारा बार-बार आंदोलन किए जाने के बावजूद देश व प्रदेश की सरकार आम जनता के साथ-साथ बिजली कर्मचारियों के हितों की अनदेखी करने का काम कर रही है। यूनियन बिजली बिल 2021 को वापस लेने, एनपीएस को समाप्त कर पुरानी पैंशन स्कीम लागू करने, बिजली निगम में कच्चे कर्मचारियों को सीधे निगम के रोल पर रखने, समान काम-समान वेतन के सुप्रीम कोर्ट के निर्णय को लागू करने सहित अन्य मांगों को लेकर लगातार संघर्ष कर रही है। इन मांगों को 12 दिसंबर को सर्व कर्मचारी संघ के आह्वान पर होने वाले हल्ला बोल प्रदर्शन और 22 दिसंबर को यूनियन के सर्कल स्तरीय प्रदर्शन के माध्यम से उठाया जाएगा।
इस अवसर पर सुरेश रोहिल्ला, बिजेंद्र पूनिया, रविंद्र बिश्नोई, रमेश मोर, सुभाष लांबा, कृष्ण सैनी, मुकेश गौतम, सुरेंद्र फौजी, जयकुमार, अनिल कुमार, परमजीत, सुरेश भ्याणा, रमेश बूरा आदि कर्मचारी नेताओं ने भी प्रदर्शन को संबोधित किया।

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Jeewan Aadhar Editor Desk