एचएयू का दो दिवसीय कृषि मेला (खरीफ) कल से, प्राकृतिक खेती होगा मेले का थीम
हिसार,
हरियाणा कृषि विश्वविद्यालय 15 मार्च से शुरू हो रहे दो दिवसीय कृषि मेला (खरीफ) के लिए पूरी तरह से तैयार है। इस मेले में हर साल हरियाणा सहित पंजाब, राजस्थान, दिल्ली और उत्तर प्रदेश से हजारों की संख्या में किसान जुटते हैं।
कुलपति प्रो. बीआर कम्बोज ने कृषि मेला में व्यवस्थाओं के लिए गठित कमेटियों के कार्यों की प्रगति की समीक्षा की और इस आयोजन को सफल बनाने के लिए अपने सुझाव दिए। उन्होंने किसानों से भी आह्वान किया है कि वे कृषि मेले में आकर विश्वविद्यालय द्वारा विकसित विभिन्न फसलों की उन्नत किस्मों, तकनीकों का अधिक से अधिक लाभ उठाएं। इस बार कृषि मेला का मुख्य विषय प्राकृतिक खेती होगा। मेले का आयोजन विश्वविद्यालय के गेट नंबर तीन के सामने बालसमंद रोड पर मेला ग्राउंड में किया जाएगा। मेले के शुभारंभ अवसर पर महाराणा प्रताप कृषि एवं प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय के कुलपति डॉ. नरेन्द्र सिंह राठौड़ मुख्य अतिथि होंगे जबकि लाला लाजपतराय पशु चिकित्सा एवं पशु विज्ञान विश्वविद्यालय, हिसार के कुलपति डॉ. विनोद कुमार वर्मा और महाराणा प्रताप बागवानी विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो. समर सिंह विशिष्ट अतिथि होंगे। एचएयू एवं गुरू जंभेश्वर विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो. बीआर कम्बोज उद्घाटन समारोह की अध्यक्षता करेंगे।
प्रगतिशील किसानों को किया जाएगा सम्मानित
विस्तार शिक्षा निदेशक डॉ. बलवान सिंह मंडल ने बताया कि कृषि मेला में प्रदेश के प्रगतिशील किसानों को भी सम्मानित किया जाएगा। सम्मानित होने वाले किसानों में करनाल जिले के गांव कमालपुर से सुशील कुमार, मंडकौला के गांव हसनपुर से जयदेव शर्मा, कुरूक्षेत्र के गांव अमीन से कुलवंत सिंह, यमुनानगर के गांव हरनूल से प्रवीन कुमार, रोहतक के गांव बैंसी से देवीलाल, फतेहाबाद के गांव बनमंदोरी से कमल वीर, पानीपत के गांव पुथेर से सुनील कुमार, झज्जर के गांव धाना से सुमन लता, महेन्द्रगढ़ के गांव दलनवास से सुनील कुमार, जींद के गांव बधाना से राममेहर, बावल के गांव भैरमपुर से सुनील कुमार, कैथल के गुहाना से सुभाष, अंबाला के गांव जनेतपुर से शिखा मित्तल, सदलपुर के गांव अग्रोहा के इंदराज, फरीदाबाद के गांव मोहना से जीतेन्द्र कुमार, पंचकुला के गांव अमराला से बहादुर सिंह, सोनीपत के गांव मंडोरा से शिवांक दहिया, सिरसा के गांव गिगोरानी से विरेन्द्र साहु और भिवानी के गांव बीरान से दयानंद शामिल हैं।
किसानों की समस्याओं का समाधान करेंगे वैज्ञानिक
मेले के दौरान आने वाले किसानों की खेतीबाड़ी संबंधी सभी समस्याओं के समाधान के लिए किसान गोष्ठियों का आयोजन होगा जिनमें विश्वविद्यालय के वैज्ञानिक किसानों की कृषि व पशुपालन संबंधी समस्याओं का हल बताएंगे। इसके साथ वे फसलों, बीजों, किस्मों व अन्य सभी उपयोगी जानकारियां मुहैया करवाएंगे। इसके अलावा मेले में कृषि संबंधी व कृषि औद्योगिकी प्रदर्शनी भी लगाई जाएंगी जिससे किसानों को आधुनिक कृषि यंत्रों व तकनीकों की जानकारी मिल सकेगी।