अवैध खनन माफिया ने डीएसपी को नहीं बल्कि सरकार के दावों का सिर कुचला
हिसार,
हरियाणा रोडवेज संयुक्त कर्मचारी संघ के वरिष्ठ नेता एवं पूर्व प्रदेश अध्यक्ष दलबीर किरमारा ने अवैध खनन माफिया द्वारा डीएसपी को कुचलकर मारने की घटना की कड़ी निंदा की है। उन्होंने कहा कि ऐसा करके खनन माफिया ने हरियाणा सरकार को चुनौेती देते हुए डीएसपी का नहीं बल्कि हरियाणा सरकार की कानून व्यवस्था का सिर कुचला है।
दलबीर किरमारा ने कहा कि अवैध खनन माफिया को रोकने गए खनन माफिया ने डीएसपी को कुचलकर सीधे रूप से हरियाणा सरकार को चुनौती दी है। अब यह सरकार को तय करना है कि वह इन चुनौती से कैसे निटपती है। उन्होंने कहा कि जिस घर का सदस्य चला जाता है, उसका दुख केवल वह परिवार ही जानता है। शहीद का दर्जा, एक करोड़ की सहायता या परिवार के सदस्य को नौकरी देना केवल सांत्वना भर है और यह सांत्वना किसी सदस्य की पूर्ति नहीं कर सकती। अवैध खनन माफिया ने केवल एक डीएसपी की हत्या नहीं की है बल्कि बच्चों से उसका पिता, किसी का सुहाग, किसी का बेटा तो किसी का भाई छीना है। उन्होंने कहा कि घटना को हुए 24 घंटे से ज्यादा समय हो चुका है लेकिन अभी तक सरकार केवल अवैध खनन माफिया के एक कारिंदे को ही पकड़ पाई है, जो सबसे बड़ी नाकामी है। सरकार को चाहिए कि वह पकड़े गए आरोपी से कड़ाई से पूछताछ करके असल माफिया तक जाए और उन पर कड़ी कार्रवाई करें।
दलबीर किरमारा ने कहा कि एक जिले में डीसी, एसपी, आरटीए, एसडीएम सहित अनेक अधिकारी तैनात रहते हैं और सबकी ड्यूटी अवैध कार्य रोकना व कानून व्यवस्था बनाने की होती है लेकिन ये सब मिलकर भी कुछ नहीं कर पा रहे हैं। चर्चा तो यहां तक है कि अवैध खनन माफिया के माध्यम से लाखों रुपयों की रिश्वत दी जाती थी तो सरकार को पता लगाना चाहिए कि यह रिश्वत का पैसा कहां—कहां जाता था और इन अवैध कार्यों में कौन—कौन शामिल था। उन्होंने कहा कि अक्सर देखा जाता है कि कुछ भ्रष्ट व बेइमान लोगों के भ्रष्टाचार का खामियाजा ऐसे ईमानदार व कर्तव्यनिष्ठ अधिकारियों को भुगतना पड़ता है। ऐसे में सरकार को अवैध कार्यों पर कडाई से अंकुश लगाना चाहिए ताकि फिर कभी ईमानदार व कर्तव्यनिष्ठ अधिकारी को ऐसे अपनी बलि न देनी पड़े।