परमहंस संत शिरोमणि स्वामी सदानंद जी महाराज के प्रवचनों से—661 धर्मपरमहंस संत शिरोमणि स्वामी सदानंद जी महाराज के प्रवचनों से—661Jeewan Aadhar Editor DeskSeptember 15, 2025September 15, 20250
परमहंस संत शिरोमणि स्वामी सदानंद जी महाराज के प्रवचनों से— 660 धर्मपरमहंस संत शिरोमणि स्वामी सदानंद जी महाराज के प्रवचनों से—...Jeewan Aadhar Editor DeskSeptember 14, 2025
परमहंस संत शिरोमणि स्वामी सदानंद जी महाराज के प्रवचनों से— 659 धर्मपरमहंस संत शिरोमणि स्वामी सदानंद जी महाराज के प्रवचनों से—...Jeewan Aadhar Editor DeskSeptember 13, 2025
परमहंस संत शिरोमणि स्वामी सदानंद जी महाराज के प्रवचनों से —658 धर्मपरमहंस संत शिरोमणि स्वामी सदानंद जी महाराज के प्रवचनों से...Jeewan Aadhar Editor DeskSeptember 12, 2025
परमहंस संत शिरोमणि स्वामी सदानंद जी महाराज के प्रवचनों से— 657 धर्मपरमहंस संत शिरोमणि स्वामी सदानंद जी महाराज के प्रवचनों से—...Jeewan Aadhar Editor DeskSeptember 11, 2025
धर्मभक्त के बिना भगवान भी अधूरे: स्वामी सदानंदJeewan Aadhar Editor DeskJanuary 30, 2019 January 30, 2019 आदमपुर (अग्रवाल) भक्त के हृदय में भगवान वास करते हैं। भगवान हमेशा भक्त के वश में ही रहते हैं, भक्त के बिना भगवान भी अधूरे...
धर्मस्वामी विवेकानंद : ताकत ही जीवन है और कमजोरी मौतJeewan Aadhar Editor DeskJanuary 12, 2019 January 12, 2019 आज स्वामी विवेकानंद की 156वीं जयंती है। उनका जन्म 1863 में आज ही के दिन कोलकाता में हुआ था। उनके विचार आज भी प्रासांगिक बने...
धर्मनवरात्रों में कैसे करे पूजा, आज ही खरीदे ये समानJeewan Aadhar Editor DeskOctober 9, 2018 October 9, 2018 शास्त्रों में मां दुर्गा के नौ रूपों का बखान किया गया है। देवी के इन स्वरूपों की पूजा नवरात्रों में विशेष रूप से की जाती...
धर्मजानिए, क्या है नवरात्रि के पहले दिन का महत्व और कैसे करें पूजा?Jeewan Aadhar Editor DeskMarch 18, 2018 March 18, 2018 नई दिल्ली, नवरात्रि वर्ष में चार बार पड़ती है- माघ, चैत्र, आषाढ़ और आश्विन। नवरात्रि से वातावरण में तमस का अंत होता है और सात्विकता...
धर्मओशो : ध्यान है परमात्माJeewan Aadhar Editor DeskFebruary 9, 2018 February 9, 2018 अक्सर तुम हारते हो,क्योंकि क्षुद्र से लड़ते हो, पहली बात । और कभी-कभी विराट की आकांक्षा से भी भरते हो,लेकिन तुम्हारे पास आशीष की संपदा...
धर्मसत्यार्थप्रकाश के अंश—63Jeewan Aadhar Editor DeskFebruary 9, 2018 February 9, 2018 साधक कहता हैं-सुना भाई ये महात्मा मनोगामी हैं। यहां बहुत दिन रहने वाले नहीं। जो कुछ इनका आशीर्वाद लेना हो तो अपनी-अपनी सामथ्र्य के अनुकुल...
धर्मस्वामी राजदास : धर्मJeewan Aadhar Editor DeskFebruary 9, 2018 February 9, 2018 एक नेत्रहीन भीड़ भरी सड़क को पार कर रहा था। उसे बीच में फंसा हुआ देखकर कुछ लोग मदद को आ गए और उन्होंने उस...
धर्मस्वामी सदानंद के प्रवचनों से—254Jeewan Aadhar Editor DeskFebruary 9, 2018 February 9, 2018 एक बार भगवान् श्री कृष्णा वृन्दावन में ग्वाल-बालों के साथ गौएँ चरा रहे थे। उनके साथ खेल रहे थे। दोपहर हुई,भूख लगी तो सबने कहा,...
धर्मसत्यार्थप्रकाश के अंश—62Jeewan Aadhar Editor DeskFebruary 8, 2018 February 8, 2018 जो छली,कपटी,स्वार्थी,विषयी,काम क्रोध, लोभ मोह से युक्त ,परहानि करने वाले लम्पटी,मिथ्यावादी,अविद्वान्,कुसंगी,आलसी जो कोई दाता हो उसके पास बारम्बार मांगना,धरना देना,ना किये पश्चात् भी हटता से...
धर्मओशो : धारणाJeewan Aadhar Editor DeskFebruary 8, 2018 February 8, 2018 मैं भी रोज यही करता हूं चेष्टा करता हूं कि तुम्हारी पुरानी धारणा टूट जाए। और ऐसा नहीं है कि तुम्हारी पुराणी धारणा गलत ही...