पंचकूला: यहां शनिवार को पत्रकार सम्मेलन में हरियाणा के सीएम मनोहर लाल ने कहा कि पत्रकार किसी सैनिक से कम नहीं, पत्रकारिता से समाज की रचना होती है। उन्होंने कहा कि हरियाणा में पत्रकार बड़ी भूमिका निभा रहे हैं। इस दौरान सतलोक आश्रम के संत रामपाल प्रकरण की भी चर्चा की और उसमें मीडिया के टूटे कैमरों का भी जिक्र किया। सीएम ने कहा, “खींचो न कमानों को न तलवार निकालो, जब काम न बने तोपों से तो अख़बार निकालो।” सीएम ने अंत में पत्रकारों को सैल्यूट किया और उन्हें निर्भीक पत्रकारिता करने का मंत्र भी दिया।
मुख्यमंत्री मनोहर लाल ने मंच से घोषणा करते हुए कहा कि हरियाणा में 20 साल तक पत्रकारिता करने वाले मान्यता प्राप्त पत्रकारों को सरकार 10 हजार रुपए प्रति माह पेंशन देगी। इसके साथ ही प्रदेश के सभी मान्यता प्राप्त पत्रकारों को जरूरत पड़ने पर पांच लाख रुपए तक का मुफ्त इलाज भी किया जाएगा। इसके लिए एक पॉलिसी जल्द ही बनाई जाएगी। सीएम ने मंच से कहा कि रेवाड़ी के गुड़ियानी में पत्रकार बालमुकुंद गुप्त के पैतृक गांव में सरकार स्मारक बनाने पर विचार करेगी। इसके साथ ही सीएम ने न्यूज पोर्टल को भी मान्यता देने की घोषणा की है।
पत्रकारों से जुड़ी सीएम की अहम घोषणाएं
* हरियाणा सरकार प्रिंट और इलेक्ट्रोनिक मीडिया के साथ सोशल मीडिया पत्रकारों को भी मान्यता देगी।
* जिला स्तर पर पत्रकारों के बैठने के लिए DIPRO कार्यालय के साथ 2 कमरों में मीडिया सेंटर बनाया जाएगा।
* 5 साल तक पत्रकारिता करने वाले को मान्यता दी जाएगी। वेब पोर्टल पत्रकारों को भी मान्यता देंगे।
* 20 साल निरंतरता की शर्त नहीं रहेगी। 20 साल पत्रकारिता कहीं भी और 60 साल उम्र वाले को भी 10 हजार रुपए पेंशन मिलेगी।
* मान्यता प्राप्त पत्रकारों को 5 लाख रुपए का कैशलेस मेडिक्लेम दिया जाएगा।
* इलेक्ट्रोनिक मीडिया में उपमंडल स्तर पर मान्यता।
* पत्रकारों का जीवन बीमा 10 और 20 लाख का होगा जो शेयरिंग बेस पर आधारित होगा।