नई दिल्ली
लंबे इंतजार के बाद नैशनल काउंसिल ऑफ एजुकेशनल रिसर्च ऐंड ट्रेनिंग (एनसीईआरटी) अपनी सभी किताबों की समीक्षा करने में लगा है। एनसीईआरटी की किताबें 2007 में तैयार हुई थीं, तब से लेकर आजतक इनमें कोई रिविजन नहीं हुआ है। इसी को देखते हुए किताबों को अपडेट करने की जरूरत महसूस की गई है। अब एनसीईआरटी चरणबद्ध तरीके से किताबों की समीक्षा करेगा।
ध्यान रहे, किताबों की समीक्षा और उनका रिविजन दो अलग-अलग काम हैं।’किताबों का रिविजन और पाठ्यक्रम के फ्रेमवर्क से संबंधित फैसला मानव संसाधन विकास मंत्रालय के स्तर पर लिया जाता है। यह एक व्यापक काम है। एनसीईआरटी सिर्फ किताबों की समीक्षा कर रहा है। इन किताबों को 2007 में तैयार किया गया था और बहुत सी सूचनाएं अपडेट नहीं की गई हैं।
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