श्रीनगर
शनिवार को हिजबुल मुजाहिदीन के कमांडर सबजार अहमद बट को सुरक्षा बलों ने एनकाउंटर में मार गिराया था। आज रविवार को उसके शव को दफनाया जाना है। आज का दिन सुरक्षा बलों के लिए काफी चुनौतीपूर्ण रहने वाला है। सबजार की मौत के बाद से ही अशांत क्षेत्र में विरोध प्रदर्शन, हिंसा और पत्थरबाजी का सिलसिला शुरू हो चुका है ।
हालातों को देखते हुए दक्षिण कश्मीर में भारी संख्या में सुरक्षा बल तैनात हैं। खास तौर पर बट के पैतृक स्थान त्राल में सुरक्षा चाक चौबंद है।
गृह मंत्रालय हालात पर करीब से नजर रखे हुए हैं। अधिकारियों के कहा कि यह सुनिश्चित करने की कोशिश की जा रही है कि बुरहान वाली की मौत के बाद जैसे हालात बने थे, वैसे हालात इस बार किसी हाल में न बने।
शनिवार को सेना, CRPF और जम्मू-कश्मीर पुलिस ने सबजार अहमद और उसके साथी फैजान मजफ्फर बट को एक संयुक्त ऑपरेशन में मार गिराया था। सूत्रों के मुताबिक, दोनों आतंकियों पर सेना और पुलिस की नजर काफी दिनों से थी और एक खास सूचना के बाद इस ऑपरेशन को अंजाम दिया गया।फैजान के बारे में सूत्र बता रहे हैं कि उसने हिजबुल मुदाहिदीन को पिछले साल जॉइन किया था। उसने त्राल में CRPF की 185वीं बटालियन के एक ASI से इंसास राइफल छीनी थी। सूत्रों ने बताया कि शनिवार को एनकाउंटर के बाद वह इंसास राइफल बरामद कर ली गई है।
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