जोधपुर,
गंगाकुमारी राजस्थान पुलिस में भर्ती होने वाली पहली थर्ड जेंडर बनी है। राजस्थान हाईकोर्ट के आदेश से राजस्थान पुलिस विभाग में कांस्टेबल के पद पर गंगाकुमारी को नियुक्ति दी गई है। ये मामला प्रदेश में पहला व देश में तीसरा है, जब किसी किन्नर को सरकारी नियुक्ति मिली है। नियुक्ति के लिए गंगाकुमारी को काफी इंतजार करना पड़ा। यहां क्लिक करे—स्कूली निबंध प्रतियोगिता..विद्यार्थी और स्कूल दोनों जीतेंगे सैंकड़ों उपहार
परीक्षा के बाद शुरु हुआ संघर्ष का दौर
परीक्षा पास करने के बाद भी गंगाकुमारी को नियुक्ति पाने के लिए हाईकोर्ट की शरण में जाना पड़ा। हाईकोर्ट में जाने से पहले वह अधिकारियों के पास चक्कर काटती रही। लेकिन उसे कहीं से भी इंसाफ नहीं मिला। लेकिन इसके बाद भी गंगाकुमारी ने हार नहीं मानी और न्याय के लिए हाईकोर्ट का दरवाजा खटखटाया।
Jodhpur: Constable Gangakumari, first transgender appointed in Rajasthan Police. She was appointed after High Court's directions pic.twitter.com/C2rgb9c3Dj
— ANI (@ANI) November 14, 2017
हाईकोर्ट के आदेश पर मिली नियुक्ति
हाईकोर्ट के जस्टिस दिनेश मेहता की अदालत ने जालौर निवासी किन्नर गंगाकुमारी की याचिका पर सुनवाई करते हुए 6 सप्ताह में नियुक्ति देने एवं साल 2015 से ही नोशनल बेनिफिट देने के आदेश दिये हैं। याचिकाकर्ता की ओर से अधिवक्ता रितुराज सिंह ने पैरवी करते हुए कहा कि गंगाकुमारी को पुलिस कांस्टेबल के पद के पात्र होने के बावजूद जालौर पुलिस अधीक्षक द्वारा नियुक्ति नहीं दी गई थी। रानीवाड़ा थाना इलाके जालौर में रहने वाली गंगाकुमारी पुत्री बीकाराम का चयन 2013 में 12 हजार पदों के लिए कांस्टेबल भर्ती परीक्षा में हुआ था। परीक्षा में प्रदेश के सभी जिलों में सवा लाख अभ्यार्थियों ने हिस्सा लिया था। इसमें से पुलिस ने 11400 अभ्यार्थियों का कांस्टेबल पद के लिए चयन कर लिया था। नौकरी करना चाहते है, तो यहां क्लिक करे।
विभाग में घूमती रही नियुक्ति फाइल
मेडिकल में गंगा के किन्नर होने की पुष्टि हुई। ऐसे में नियुक्ति को लेकर पुलिस अधिकारी असमंजस में पड़ गए। गंगा के किन्नर होने की पुष्टि होने के बाद जालौर एसपी ने फाइल रेंज आईजी जोधपुर जीएल शर्मा को भेजकर नियुक्ति को लेकर राय मांगी थी। ऐसा मामला पहली बार आने पर आईजी ने 3 जुलाई 2015 को फाइल पुलिस मुख्यालय भेज दी थी, लेकिन यहां पर भी पुलिस के अधिकारी कुछ निर्णय नहीं कर पाए। ऐसे में पुलिस मुख्यालय ने राय जानने के लिए फाइल गृह विभाग को भेज दी थी। जीवन आधार न्यूज पोर्टल को आवश्यकता है पत्रकारों की…यहां क्लिक करे और पूरी जानकारी ले..
किन्नर समाज के लिए गर्व
गंगा कुमारी के पुलिस में भर्ती होना किन्नर समाज के लिए गर्व का क्षण है। देश में ऐेसा पहली बार हो रहा है जब पुलिस जैसी हार्ड वर्किंग नौकरी में किन्नर समाज की भागीदारी बन रही है। गंगा कुमारी की मेहनत, लग्न और इच्छाशक्ति आने वाले समय में किन्नर समाज में रह रहे बच्चों और युवाओं के लिए प्ररेणादायक बनकर सामने आयेगी।
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